उत्तर प्रदेश में पुलिस ने महिला उत्पीड़न के मामलों की त्वरित सुनवाई और समाधान के लिए हर एक थाने में महिला हेल्प डेस्क स्थापित किया है. मिशन शक्ति के तहत स्थापित किए गए इस महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत हुए अभी कुछ दिन ही हुए हैं. रोज महिलाएं अपनी समस्याओं को लेकर यहां पर पहुंच रही हैं और अपनी शिकायत दर्ज करा रही हैं. जिनमें ज्यादातर मामले घरेलू हिंसा से संबंधित बताए जा रहे हैं. लेकिन चंदौली के थाने में स्थापित किए गए महिला हेल्प डेस्क एक ऐसा केस पहुंचा जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे.
अपने पति की शिकायत लेकर पहुंची महिला ने बताया कि उसके पति उसे मैचिंग की साड़ी लिपस्टिक और चूड़ी नहीं दिलवाते हैं साथ ही साथ जब गैस खत्म हो जाती है तो उपले और लकड़ी पर खाना बनाने के लिए कहते हैं. महिला ने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को बताया कि पति की इन हरकतों से तंग आ गई है और वह चाहती है कि पुलिस इस मामले में उचित कार्रवाई करे.
शिकायतकर्ता महिला की बातें सुनकर महिला पुलिस कर्मियों को समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर वे करें तो क्या करें. इसके बाद वहां मौजूद महिला पुलिस कर्मियों ने शिकायत करने आई महिला को काफी समझाया बुझाया और काउंसलिंग की. इसके बाद वह महिला मानी और वापस घर चली गई. इस संदर्भ में चंदौली के प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा ने बताया कि महिला शिकायत लेकर आई थी और हेल्पडेस्क पर मौजूद महिला पुलिसकर्मियों ने उस की काउंसलिंग की. साथ ही साथ उसके पति को भी फोन पर समझाया. इसके बाद महिला वापस अपने घर चली गई.
महिला हेल्प डेस्क
उत्तर प्रदेश पुलिस ने महिला अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए मिशन शक्ति की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत महिलाओं को जागरूक करने के लिए यूपी पुलिस के द्वारा विभिन्न तरह के कार्यक्रम भी आयोजित किये जा रहे हैं. साथ ही साथ पिछले 23 अक्टुबर सूबे के कुल 1535 थानों में महिला हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई. इन महिला हेल्प डेस्क पर महिला कांस्टेबल और महिला पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है. साथ ही साथ यहां पर तैनात महिला कर्मियों को कंप्यूटर और भाषा में भी दक्षता प्राप्त है. ताकि आने वाले शिकायत करता महिलाओं को किसी भी तरह की दिक्कत ना हो. यहां पर महिलाओं की शिकायत रजिस्टर की जा रही हैं. इस महिला हेल्प डेस्क को संबंधित थाने के एसएचओ मॉनिटर और सुपरवाइज कर रहे हैं. महिला हेल्प डेस्क पर आने वाली हर एक शिकायतकर्ता महिला को हेल्पडेस्क का नंबर उपलब्ध कराया जा रहा है. ताकि वह अपनी शिकायत का फीडबैक दे सकें. इस महिला हेल्प डेस्क पर संपर्क स्थापित करके महिला शिकायतकर्ता अपनी शिकायत पर हुई कार्रवाई की ताजा स्थिति की जानकारी भी कर सकेंगी.