कठुआ। हीरानगर पुलिस हिरासत में हुई युवक की मृत्यु का मामला शांत नहीं हो रहा है। सोमवार को मृतक के परिजन जीएमसी कठुआ पहुंचे, इसके बाद पुलिस ने औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया।
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वहीं परिजन शव को लेकर गांव टपाल तहसील घगवाल जिला सांबा पहुंचे। जैसे ही शव को घर में लाकर रखा, तभी मृतक के शरीर पर घाव देकर परिजन दंग रह गए। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा एक बार फिर फूट पड़ा।
एक बार फिर से परिजनों ने शव को उठाया और घगवान रेलवे लाइन पर रखकर कठुआ पुलिस के खिलाफ धरना प्रदर्शन शूरू कर दिया। देर शाम तक शव को घगवाल रेलवे लाइन पर रखकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते रहे, जिसके बाद सांबा जिला के प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने लगे। लेकिन प्रदर्शनकारियों की एक ही मांग थी कि संभागीय आयुक्त राघव लंगर को मौके पर बुलाया जाए और एक बार फिर से पोस्टमार्टम करवाया जाए।
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उन्होंने कहा कि इस प्रकार उनके घर के सदस्य के साथ पुलिस ने जो रवैया अपनाया है, उसके लिए उन पुलिस अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ 302 के तहत मामला दर्ज किया जाए। वहीं स्थिति बिगड़ते देख जिला उपायुक्त सांबा मौके पर पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर आश्वस्त किया। जिसके बाद परिजनों ने मृतक सुनील कुमार का अंतिम संस्कार कर दिया।
गौरलतब हो कि हीरानगर पुलिस थाना में एनडीपीएस मामले को लेकर हिरासत में टपियाल निवासी सुनील कुमार की रविवार को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। हालांकि परिजन इसे हत्या बता रहे हैं लेकिन पुलिस इसे आत्महत्या का मामला बता रही है। गुस्साए परिजनों ने नेशनल हाइवे लोंडी मोड़ पर करीब छह घंटों तक धरना प्रदर्शन किया।
वहीं, हाइवे बंद होने की सूचना के बाद एसीआर कठुआ भी मौके पर पहुंचे जिन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन प्रदर्शनकारी थाना प्रभारी सहित अन्य पर हत्या का मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
बाद में जिला पुलिस प्रमुख आरसी कोतवाल और डीसी कठुआ राहुल यादव मौके पर पहुंचे जिन्होंने प्रदर्शनकारियों की बात को सुना। अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को एक लाख राहत राशि देने के साथ साथ परिवार को नौकरी और अन्य सहायता के लिए सरकार को लिखने के साथ ही मामले की मजिस्ट्रेट जांच करवाने और तत्काल प्रभाव से थाना प्रभारी को निलंबित करने की बात कही। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने मार्ग से जाम हटाया था।