नई दिल्ली/मुंबई। बैंक कर्मचारियों के पेंशन के मामले में केंद्र सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। बैंक कर्मचारियों को 30 से 35 हजार रुपये तक की पेंशन मिल सकती है, जो पहले 9,284 रुपये थी।
यह जानकारी वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में वित्त सचिव देबाशीष पांडा ने दी। इसी के साथ सरकारी बैंकों के जिन कर्मचारियों की कोरोना के दौरान मौत हुई है, उनके परिवार को मिलने वाली पेंशन में 30 फीसदी का इजाफा किया गया है। यह इजाफा उनकी अंतिम सैलरी के आधार पर हुआ है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि देश के सभी सरकारी बैंक कोविड-19 संकट के दौर में मजबूत बनकर उभरे हैं। सीतारमण ने कहा कि हाल में ही कई बैंकों का विलय हुआ है लेकिन बैंक उस वजह से ग्राहकों को कोई दिक्कत नहीं होने दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों के परिजनों को मिलने वाली पेंशन पर अब तक 9284 रुपये हर महीने का कैप लगा हुआ था, जिसे अब हटा लिया गया है।
वित्त सचिव देबाशीष पांडा ने वित्त मंत्री की मौजूदगी में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के पेंशन भुगतान में बदलाव की घोषणा की। उन्होंने कहा कि बैंक कर्मचारियों के पेंशन पे-आउट की सीमा 9284 रुपये से बढ़ाकर 30,000 से लेकर 35 हजार रुपये तक की जा सकती है। पांडा ने बताया कि एनपीएस के तहत कर्मचारियों की पेंशन में सरकारी बैंकों के योगदान को 10 फीसदी से बढ़ाकर 14 फीसदी कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी बैंकों के जिन कर्मचारियों की कोरोना के दौरान मौत हुई है, उनके परिवार को मिलने वाली पेंशन में 30 फीसदी का इजाफा किया गया है, जो उनकी अंतिम सैलरी के आधार पर हुआ है।