नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अर्थव्यवस्था के वर्तमान हालात के मद्देनजर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट देशवासियों की आय और देश में निवेश को बढ़ाएगा। साथ ही देश में मांग बढ़ने के साथ ही उपभोक्ता वस्तुओं के उपयोग में बढ़ोत्तरी होगी तथा अर्थव्यवस्था में नया जोश पैदा होगा।
मोदी ने बजट को इस शताब्दी के दूसरे दशक की आवश्यकताओं के अनुरुप बताते हुए कहा कि इससे हमारी सरकार के कम से कम सरकारी हस्तक्षेप और अधिक से अधिक सुशासन की प्रतिबद्धता को बल मिलेगा। बजट के विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तार से प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए जिन नए सुधारों की घोषणा की गई है, वह इस दशक में अर्थव्यवस्था की नींव मजबूत करेगा। उन्होंने सीतारमण को स्पष्ट दृष्टि वाला बजट पेश करने के लिए बधाई देते हुए कहा कि इससे जमीनी स्तर पर अमल लाया जा सकेगा।
किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के हित में उठाए गए कदमों के बारे में मोदी ने कहा कि बजट में 16 सूत्रीय कार्ययोजना का उल्लेख है जिसके जरिए किसानों आय दोगुनी हो सकेगी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार बढ़ेगा। देश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के उपायों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि, आधारभूत ढ़ांचा, कपड़ा उद्योग आदि क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा होने की गुंजाइश होती है। इसीलिए बजट में उन क्षेत्रों पर विशेष जोर दिया गया है।
उन्होंने आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसने देश स्वास्थ्य क्षेत्र को को नया विस्तार दिया है। इस सेक्टर में मानव संसाधन- डॉक्टर, नर्स, अटेनडेंट के साथ ही चिकित्सा उपकरण के उत्पादन का भी दायरा बढ़ गया है।
मोदी ने रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिए बजट में किए गए उपायों का विस्तार से जिक्र करते हुए कहा कि तकनीकी के टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रोजगार सृजन को बढ़ावा देने के लिए इस बजट में हमने कई विशेष प्रयास किए हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सरकारी नौकरी के लिए युवाओं को कई अलग-अलग परीक्षाएं देनी होती हैं। इस व्यवस्था को बदलकर, अब राष्ट्रीय भर्ती संस्था (नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी) द्वारा लिए गए ऑनलाइन साझा परीक्षा (कॉमन एक्जाम) के जरिए, नियुक्तियां की जाएंगी। मोदी ने कहा कि ये बजट देश की वर्तमान आवश्यकताओं के साथ ही इस दशक में भविष्य की अपेक्षाओं की पूर्ति करेगा।