नई दिल्ली| कोरोना की दूसरी लहर पहले के मुकाबले अधिक खतरनाक साबित हो रही है। कोरोना महामारी की पहली लहर में जहां सिर्फ गंभीर बीमारी वाले लोग ही जान गंवा रहे थे वहीं इस लहर में कम उम्र के लोगों की मौत अधिक हो रही है।
कोरोना वायरस के हवा में फैलने की स्टडी ने लोगों के मन में डर को और बढ़ा दिया है। वही, एक्सपर्ट्स भी इस बात की पुष्टि कर रहे हैं कि इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है| एक्सपर्ट्स के मुताबिक वायरस का ट्रांसमिशन आउटडोर (बाहर) की तुलना में इंडोर (अंदर) में ज्यादा होता है और इंडोर में अगर वेंटिलेशन हो तो इसकी आशंका काफी कम हो जाती है।