नई दिल्ली। कांग्रेस ने बुधवार को विदेशी राजदूतों को कश्मीर जाने देने और देश के राजनीतिक दलों के नेताओं को रोके जाने की आलोचना करते हुए इसे सरकार के दोहरा मानक बताया। कांग्रेस का कहना है कि वह चाहती है कि जल्द से जल्द कश्मीर में सार्थक राजनीतिक गतिविधियों की शुरुआत हो।
दिल्ली में पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि सरकार 15 राजदूतों को आज कश्मीर के निर्धारित दौरे पर ले जा रही है। वह वहां चुने हुए व्यक्तियों से मुलाकात करेंगे। इससे पहले 30 अक्टूबर को भी सरकार ने ‘अंतरराष्ट्रीय दलाल’ के माध्यम से कुछ यूरोपीय नेताओं को कश्मीर का दौरा कराया था। उस समय सरकार ने इसे अनौपजारिक बताया था लेकिन आज का दौरा औपचारिक है।
रमेश ने कहा कि देश के सांसद कश्मीर नहीं जा सकते, लेकिन दूसरे देशों के राजदूतों को सरकार ले जा सकती है। वर्तमान में तीन मुख्यमंत्री हाउस अरेस्ट हैं। वहीं गुलाम नबी आजाद और माकपा नेता सीताराम येचुरी को कश्मीर जाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की सहायता लेनी पड़ती है। सरकार ऐसे दोहरे मानक क्यों रखती है। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि वहां के लिए मुक्त आवाजाही सुनिश्चित की जाए।