नई दिल्ली। आम आदमी को बड़ा झटका लगा है। खुदरा महंगाई एक बार फिर बढ़ गई है। अक्तूबर महीने की तुलना में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर आम आदमी को लगा झटका, खुदरा महंगाई बढ़कर 4.91 फीसदी पर पहुंच गई है।
आम आदमी को बड़ा झटका लगा है। खुदरा महंगाई एक बार फिर बढ़ गई है। अक्तूबर महीने की तुलना में खुदरा मुद्रास्फीति की दर बढ़कर आम आदमी को लगा झटका, खुदरा महंगाई बढ़कर 4.91 फीसदी पर पहुंच गई है। सरकार की ओर से खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी कर दिए गए हैं।
गौरतलब है कि खुदरा महंगाई में महीने-दर-महीने तेजी देखने को मिल रही है। इससे पहले अक्तूबर में खुदरा महंगाई का आंकड़ा 4.48 फीसदी था। नवंबर में भी खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी से खुदरा महंगाई में इजाफा होने की बात कही जा रही है। हालांकि, यह अब भी आरबीआई के तय लक्ष्य के दायरे में है।
सरकार कर रही ईंधन की कीमतों की समीक्षा
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री ने कहा है कि सरकार लगातार घरेलू स्तर पर पेट्रोल/डीजल की कीमतों की समीक्षा कर रही है। भारत सरकार ने बीते नवंबर को पेट्रोल और डीजल पर ‘केंद्रीय उत्पाद शुल्क’ में क्रमशः 5 रुपये प्रति लीटर और 10 रुपये प्रति लीटर की कमी की थी। इसके बाद कई राज्य सरकारों द्वारा ईंधन पर लगने वाले वैट में कमी की गई। उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की घरेलू कीमत कच्चे तेल की कीमतों के अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क से जुड़ी हुई है। ये आपूर्ति और मांग, वायदा कारोबार, कोविड परिदृश्य के प्रभाव और भू-राजनीतिक स्थिति सहित कई कारकों से प्रभावित होते हैं।