भोपाल| राजधानी भोपाल में 30 दिन बाद एक घटना का खुलासा हुआ है। बारात लेकर पहुंची दूल्हे को जब घर पर दूल्हन और उसके परिवार के लोग नहीं मिले तो उसने शादी तय कराने वाले लोगों को चलती गाड़ी से नीचे फेंक दिया। जिसमें से एक की मौत हो गई।
दरअसल, सात अप्रैल को ग्राम हबीबगंज सरकंडी और पिपलिया हसनाबाद के बीच दरगाह के पास दो लोग सड़क किनारे जख्मी हालत में मिले थे। इनका नाम जगीदश और हेमराज था। पुलिस ने इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया, इलाज के दौरान जगदीश की मौत हो गई है। हेमराज का इलाज चल रहा था। हेमराज को अब होश आया है, तो उसने कहा कि यह हादसा नहीं हत्या थी। उसने पुलिस को बताया कि बारात लेकर पहुंचे दूल्हे को घर पर दुल्हन नहीं मिली तो हमलोगों को गाड़ी से नीचे फेंक दिया।
बता दे कि हेमराज और जगदीश को सीहोर निवासी देवकरण मेहर ने शादी के लिए दोनों को दो लाख रुपये दिए। और जब देवकरण अपने परिवार के लोगों के साथ छह अप्रैल को बारात लेकर सागर पहुंचा। तो दुल्हन वहां नहीं मिली। इसके साथ ही दुल्हन के घर में भी कोई नहीं था। इससे नाराज देवकरण और उसके परिवार वालों ने हेमराज और जगदीश को सात अप्रैल को घर से उठाया। उसके बाद दोनों की जमकर पिटाई की। पिटाई के बाद चलती कार से दोनों को सड़क किनारे फेंक दिया।
बैरसिया पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस ने दूल्हा और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है। इनलोगों ने अपना जुर्म स्वीकार किया है कि सागर से लौटने के बाद हेमराज और जगदीश की पिटाई की थी।