मुंबई, 11 फरवरी (स्वदेश टुडे)। पिछले 26 दिनों से लगातार अनशन कर रहे सरकारी मेडिकल कॉलेजों में अस्थाई रूप से कार्यरत सहायक मेडिकल प्रोफेसर डॉक्टरों की महाराष्ट्र सरकार कोई सुध नहीं ले रही है। यहां तक कि उन्हें सरकारी अधिकारी अपमानित करके भगा चुके हैं। उन डॉक्टरों ने फैसला किया है कि वे सर्जरी नहीं करेंगे और ओपीडी के काम भी शामिल नहीं होंगे।
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अस्थाई रूप से काम कर रहे सहायक मेडिकल प्रोफेसर मुंबई के जेजे अस्पताल परिसर में अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध तरीके से अनशन कर रहे हैं। लेकिन उनकी सुध लेने कोई मंत्री या सरकारी अधिकारी नहीं आ रहा है। महाराष्ट्र स्टेट मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन मुंबई के अध्यक्ष डॉक्टर सचिन मुलकुटकर के अनुसार हमें राज्य सरकार अनसुनी कर रही है। हमें सरकारी अधिकारी अपमानित कर कार्यालय से भगा चुके हैं। मरीजों की सेवा प्रभावित ना हो इसलिए अब तक हम ओपीडी आदि सेवाएं जारी रखे हुए हैं। अब हमारे पास अपनी मांगों की मनवाने के लिए कोई रास्ता नहीं बचा है।
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मुलकुटकर ने चेताया है कि इस सप्ताह के अंत तक हमारी पूरी मांगे नहीं हुई तो हम ओपीडी में न ही अपनी सेवाएं देंगे और न ही रूटीन सर्जरी करेंगे। साथ ही रूटीन क्लिनिकल काम भी बंद करेंगे। यदि इसके लिए मरीजों को परेशानी होती है तो राज्य सरकार जिम्मेदार होगी।