खूँटी । जिले के कर्रा प्रखण्ड अंतर्गत कुदा ग्राम से स्वामित्व योजना का ऑनलाइन शुभारंभ किया गया। इस दौरान अपर मुख्य सचिव, राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग, झारखण्ड सरकार एल ख्यांगते ने कर्रा प्रखण्ड के कुदा ग्राम से स्वामित्व योजना का ऑनलाइन शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में ऑनलाइन माध्यम से अपर मुख्य सचिव, राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग, झारखण्ड सरकार एल ख्यांगते द्वारा ऑनलाइन माध्यम से स्वामित्व योजना का शुभारंभ किया गया। सुदूरवर्ती देहात से ड्रोन भू-मापन कार्य का अपर मुख्य सचिव स्वामित्व योजना का शुभारम्भ खूंटी जिले के लिए ऐतिहासिक क्षण रहा। योजना के तहत सभी गांवों में आवासों की ड्रोन एवं नवीनतम सर्वेक्षण तकनीक से मैपिंग की जाएगी।
मौके पर उन्होंने कहा कि SVAMITVA (Survey of Villages and Mapping with Improvised Technology in Villages Area) योजना के तहत पंचायती राज्य पंचायती राज विभाग, राजस्व, निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग एवं भारतीय सर्वेक्षण विभाग के सहयोग से ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों के जमीन का सीमांकन नवीनतम ड्रोन सर्वे पद्धति से किया जाएगा। उक्त योजना का प्रारंभ खूंटी जिला के ग्रामों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि योजना के प्रति आमजनों को जागरूक होने की आवश्यकता है। ग्रामीणों को योजना के विषय में पूर्ण जानकारी दी जाय। ग्राम सभा के माध्यम से ग्रामीणों को योजना की पूर्ण जानकारी दें ताकि किसी प्रकार के दिग्भ्रमित विचार ना आये। उन्होंने ग्रामीणों को योजना के शुभारंभ हेतु शुभकामना दी गयी।
कार्यक्रम के दौरान भारतीय सर्वेक्षण विभाग के झारखण्ड के निदेशक भू- स्थानित आंकड़ा केंद्र द्वारा स्वामित्व योजना के तहत सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा किये जाने वाले नवीनतम ड्रोन सर्वे की जानकारी दी गयी। उन्होंने ग्रामीणों को बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में आबादी की भूमि का ड्रोन व नवीनतम तकनीक के माध्यम से मैपिंग व सर्वेक्षण होगा एवं अधिकार अभिलेख तैयार कराए जाएंगे। मालिकाना हक के प्रमाण स्वरूप ग्रामीणों को स्वामित्व अभिलेख अथवा प्रोपर्टी कार्ड मिलेगा।
इसी कड़ी में निदेशक, भू- अर्जन, भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय के निदेशक उमा शंकर सिंह द्वारा स्वामित्व योजना के उद्देश्यों को साझा किया गया। इस योजना से देश के गांवों में लोगों को उनकी आवासीय जमीन का मालिकाना हक दिया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य संपत्ति का मालिकाना हक तय करना है। यह योजना ग्रामीण सशक्तिकरण की दिशा में बेहद मदद करेगी। अगर किसी संपत्ति पर विवाद होता है तो सारा डिजिटली रिकॉर्ड होने से उसका जल्द समाधान संभव होगा।
मौके पर उपायुक्त शशि रंजन ने बताया कि खूंटी जिले के लिए यह हर्ष का विषय है कि स्वामित्व योजना का शुभारंभ कर्रा प्रखण्ड के कुदा ग्राम से किया गया है। योजना के तहत सभी गांवों में आवासों की ड्रोन एवं नवीनतम सर्वेक्षण तकनीक से मैपिंग की जाएगी। ग्रामीणों को सर्वेक्षण के बाद सरकार द्वारा विकास योजना का लाभ मिल सकेगा। Svamitva योजना के जरिये ग्रामीणों को जमीन का रिकॉर्ड उपलब्ध कराया जाएगा ताकि वे आसानी से बैंक ऋण प्राप्त कर सकें। गांव की सीमा के भीतर आने वाली प्रत्येक सम्पत्ति का डिजिटल रूप से नक्शा बनाया जाएगा। गांव के लोगों को अपनी प्रोपर्टी का एक मालिकाना प्रमाण पत्र मिलेगा। इससे सरकार को भी योजना व राजस्व संग्रहण में सुव्यवस्थित और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रॉपर्टी राइट्स पर स्पष्टता सुनिश्चित होगी। साथ ही सटीक भूमि रिकॉर्ड से सम्पत्ति सम्बन्धी विवादों को कम करने और वित्तीय तरलता को बढ़ावा मिलेगा।