रांची। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान ‘ऑइकॉनिक वीक’ के समापन दिवस पर आयोजित किए जा रहे समारोहों के क्रम में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के पीआईबी-आरओबी, रांची और एफओबी, धनबाद के संयुक्त तत्वावधान में आज रविवार को ‘अमृत महोत्सव : 75 वर्ष और भारत’ विषय पर वेबिनार आयोजित किया गया।
वेबिनार के दौरान अध्यक्षीय संबोधन देते हुए पीआईबी-आरओबी के अपर महानिदेशक अरिमर्दन सिंह ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय 23-29 अगस्त तक आइकोनिक वीक मना रहा है और आज उसका अंतिम दिन है। यह एक प्रयास है कि हम अपने स्वतंत्रता सेनानियों और उनके संघर्ष को याद करें और उनसे प्रेरणा लें। इन 75 सालों में हमारे देश में चौमुखी विकास किया है चाहे वह विज्ञान का क्षेत्र हो या तकनीक का या कृषि, शिक्षा आदि। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शुरु किए गए । आत्मनिर्भर भारत अभियान का मूल उद्देश्य यह है कि आम आदमी को किस तरह सशक्त बनाया जाए, महिलाओं को अधिकार दिए जाएं, दलितों और आदिवासियों को किस तरह मुख्यधारा में लाया जाए ताकि सब मिलकर देश के विकास में अपना योगदान दें।
इससे पूर्व एफओबी, धनबाद के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री ओंकार नाथ पाण्डेय ने आजादी की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में प्रधान मंत्री द्वारा डांडी मार्च के अवसर पर शुरू किए गए अभियान एवं इसके प्रयोजन के बारे श्रोताओं को जानकारी दी।
वेबिनार के मुख्य अतिथि पद्मश्री अशोक भगत ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर हमें बीते कल का पर्व मनाना चाहिए और साथ ही भविष्य के लिए चिंतन भी करना चाहिए।
डॉ. रमेश शरण, अर्थशास्त्री, पूर्व उपकुलपति, विनोबा भावे यूनिवर्सिटी ने कहा कि हमारे देश के आजाद होने की 75 वर्ष की लंबी यात्रा है, इसमें उत्सव मनाने के साथ-साथ चिंतन करने का समय है।
प्रोफेसर (डॉ) रमन वल्लभ, सीनियर एकेडमिशियन एवं कॉरपोरेट ट्रेनर ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्षों को हम एक नागरिक की हैसियत से अपने आसपास के परिवर्तन से देख सकते हैं।
डॉ. पंकज कुमार चतुर्वेदी, प्रिसिपल, छोटानागपु कॉलेज ने कहा कि जो सरकारें आईं, उन्होंने समकालीन आकांक्षाओं के हिसाब से नीतियां बनाईं। जमींदारी के चंगुल से देश का छूटना एक बड़ी उपलब्धि रही।
डॉ. विभूति भूषण बिस्वास, सहायक प्राध्यापक, झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय ने बताया कि, जब भारत 1947 में आजाद हुआ तो उस समय जो आइडिया ऑफ नेशन था वो था संप्रभु, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक गणराज्य।
वेबिनार का समन्वय और संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी, एफओबी धनबाद, श्री ओंकार नाथ पाण्डेय ने किया। क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी महविश रहमान ने भी समन्वय में सहयोग दिया। वेबिनार का यु-ट्यूब पर भी लाइव प्रसारण किया गया। इसमें विशेषज्ञों के अलावा नेहरू युवा केंद्र झारखंड के साथ-साथ छात्र, पीआईबी, आरओबी, एफओबी, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के अधिकारी-कर्मचारियों तथा दूसरे राज्यों के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया।