रामगढ़। झारखंड में संसाधनों की कमी है, लेकिन इसके बावजूद प्रदेश में कोरोना से जंग लड़ने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस बात का दावा शुक्रवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया। वे रामगढ़ जिले के गोला प्रखंड अंतर्गत अपने पैतृक गांव नेमरा में मीडिया से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पहली और दूसरी लहर के दौरान भी आपदा विभाग और स्वास्थ्य विभाग ने काफी मशक्कत कर अस्पतालों में बेहतर व्यवस्था की। लाखों लोगों की जान बचाई गई है। कोरोना के दौर में प्रदेश में संसाधनों की बात करें तो इसकी कमी है लेकिन अस्पतालों में मरीजों को इसकी कमी महसूस नहीं होने दी गई है। अभी तीसरी लहर की बात चल रही है। इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
बहन की सगाई में शामिल हुए मुख्यमंत्री: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा में चचेरी बहन रेखा सोरेन की सगाई में शामिल हुए। सीएम अपने गांव पहुंचे तो ग्रामीणों के साथ-साथ अपने रिश्तेदारों से भी मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि आज उनके घर में खुशी का माहौल है। बहन की शादी एक बड़ा पारिवारिक दायित्व है। इसका निर्वहन करना जरूरी है। इस कार्यक्रम में उनके सभी रिश्तेदार शामिल हुए हैं। इस खुशी में वे सबसे मिल भी रहे हैं। अपने घर में प्रवेश करते ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सबसे पहले अपने भगीना से मिले। उन्होंने उसका हालचाल जाना। इसके बाद मुख्यमंत्री अपनी चचेरी बहन रेखा सोरेन से मिले और आशीर्वाद दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि नेमरा में सगाई का कार्यक्रम आयोजित किया गया है, इसकी मुख्य वजह यह है कि गांव की परंपरा का निर्वाहन गांव में ही हो।
जिला प्रशासन ने दिया गार्ड ऑफ ऑनर: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को उनके पैतृक गांव में जिला प्रशासन ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया इस मौके पर डीसी माधवी मिश्रा, एसपी प्रभात कुमार, डीएसपी हेड क्वार्टर संजीव कुमार मिश्रा, एसडीपीओ किशोर कुमार रजक, सार्जेंट मेजर मंसू गोप आदि शामिल थे।
झामुमो जिलाध्यक्ष ने सीएम का किया स्वागत: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब अपने पैतृक गांव पहुंचे तो सबसे पहले झामुमो जिलाध्यक्ष विनोद किस्कू ने उनका बुके देकर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री यहां आए हुए हैं। इसके अलावा सगाई में शामिल होने के लिए बोकारो से भी वर पक्ष के लोग आए हुए हैं। उन सभी के स्वागत की तैयारी की गई है।