रांची| हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस में पोस्टमॉर्टम का कार्य करने वाले कर्मी सह यहां के मुख्य स्टाफ टुनटुन राम के पुत्र कन्हैया कुमार (उम्र करीब 36 वर्ष) की मंगलवार को एचएमसीएच में इलाज के दौरान निधन हो गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कन्हैया कुमार सोमवार को मलेरिया और लो बीपी के कारण अस्पताल के ट्रामा सेंटर में भर्ती हुए थे। मंगलवार को अचानक सांस फूलने लगी। आनन-फानन में इन्हें ऑक्सीजन लगाया गया लेकिन थोड़े ही देर में उनकी निधन हो गई। इधर पोस्टमार्टम हाउस कर्मी कन्हैया कुमार के निधन से पूरे अस्पताल परिसर में सनसनी फैल गई।
जानकारी पाकर तत्काल सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी अस्पताल पहुंचे और मृतक कन्हैया कुमार के परिजनों का ढाढस बंधाया। सदर विधायक मनीष जायसवाल ने भी पोस्टमार्टम हाउस के मुख्य कर्मी टुनटुन राम से बात करते हुए उन्हें सांत्वना दी और इस घटना पर अपना दुःख जताया। कन्हैया कुमार के निधन के बाद उनका ट्रुनेट के जरिए कोरोना जांच किया गया, जिसमें उनका रिपोर्ट पॉजिटिव पाया गया। ज्ञात हो कि कन्हैया कुमार के भाई सूरज कुमार का भी कोरोना के कारण निधन मंगलवार को ही एचएमसीएच में ही हो गया। कन्हैया कुमार शिवपुरी कृष्णा नगर के रहने वाले थे और यह अपने पीछे एक बेटी और एक बेटा सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गए।
इनके निधन पर सदर विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने बताया कि कम समय में पोस्टमार्टम हाउस में कन्हैया कुमार ने अपने कर्म और व्यवहार से स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक अलग पहचान बनाई थी। डॉक्टर से लेकर पोस्टमार्टम कराने वाले मरीज के परिजन और हमलोग पोस्टमार्टम हाउस के किसी भी काम के लिए उनके पिता टुनटुन राम को नहीं खोज कर उन्हें ही खोजा करते थे और बड़े शिद्दत से कन्हैया अपना कार्य करते थे। विधायक मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने कन्हैया कुमार का निधन हजारीबाग स्वास्थ्य विभाग और विशेषकर पोस्टमार्टम हाउस के लिए अपूरणीय क्षति बताया ।