रांची। कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व ने पार्टी की झारखंड इकाई में मचे बवाल पर कड़ा रूख अख्तियार किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रदेश कांग्रेस के 20 बड़े नेताओं को दिल्ली बुलाया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रदेश कांग्रेस में चल रहे विवाद को लेकर शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में बैठक होगी। इसमें विधायक दल के नेता आलमगीर आलम, पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू व सुखदेव भगत, पूर्व सांसद ददई दुबे, विधायक मनोज यादव और प्रवक्ता राजेश ठाकुर के अलावा संगठन, मोर्चा तथा विभाग कें अध्यक्ष शामिल होंगे। बैठक में कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह भी मौजूद रहेंगे।
झारखंड में लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार और पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के समर्थक आमने-सामने हैं। तब से अब तक वे तीन बार आपस में भिड़ चुके हैं। प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में गुरूवार को कुमार और सहाय के समर्थकों के बीच जमकर भिड़ंत हुआ। इसमें पत्थर भी चले, जिसमें कई लोग घायल हुये थे। चार दिन पहले भी सहाय के समर्थकों ने कुमार का विरोध किया था और उन्हें कांग्रेस भवन में जाने से रोकने की कोशिश की थी। इसे लेकर कई कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित किया गया। लोकसभा चुनाव की समीक्षा करने जब कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह रांची पहुंचे थे, तब भी कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया था और प्रदेश अध्यक्ष को हटाने की मांग की थी।
पार्टी के अंदर चल रहे विवाद पर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा है कि सुबोधकांत सहाय ओछी राजनीति कर रहे हैं। उनके इशारे पर कुछ लोग पार्टी की छवि धूमिल कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। कुमार ने कहा कि उनसे पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी गयी थी और उन्होंने केन्द्रीय नेतृत्व को अपनी रिपोर्ट भेज दी है।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रदीप बलमुचू ने भी अजय कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बलमुचू ने कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष को मर्यादित भाषा में बात करनी चाहिये। उन्होंने कहा चाहे सुबोधकांत हों या कोई अन्य नेता किसी के खिलाफ बोलने से पहले उन्हें सोचना चाहिये कि वह क्या बोल रहे हैं। बलमुचू ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को अपने कार्यालय कांग्रेस भवन में प्रवेश करने के लिये पुलिस को बुलानी पड़ रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।इस बीच पूर्व सांसद ददई दुबे सहित झारखंड के कई कांग्रेस नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के साथ प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया है। ये दोनों को हटाने की मांग कर रहे हैं।