रांची। झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटन का मामला दिन पर दिन तूल पकड़ता जा रहा है। नमाज रूम के आवंटन को रद्द करने और भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज की जांच की मांग को लेकर गुरुवार को भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला और ज्ञापन सौंपा।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे प्रदेश भाजपा के महामंत्री आदित्य साहू ने कहा कि हेमंत सरकार ने एक समुदाय विशेष को खुश करने के लिए विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए कमरे का आवंटन किया है। उन्होंने कहा कि देश के किसी दूसरे राज्य के विधानसभा में ऐसी व्यवस्था नहीं है। लेकिन, झारखंड का यह दुर्भाग्य है, जहां तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के विधायक सदन के अंदर और कार्यकर्ता सड़क पर आवंटन को रद्द करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
मौके पर भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि सत्ताधारी दलों की ओर से कहा जाता है की नमाज की व्यवस्था पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के समय की गई। लेकिन संबंधित कागजात सदन के पटल पर नहीं रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक नमाज कक्ष का आवंटन रद्द नहीं होता है, तब तक भाजपा नेता आंदोलन करते रहेंगे।
ज्ञापन के माध्यम से भाजपा ने राज्यपाल को बताया है कि नमाज कक्ष के आवंटन का निर्णय साम्प्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाला है। यह निर्णय केवल राज्य की साढ़े तीन करोड़ जनता की भावनाओं के खिलाफ है और देशभर में झारखंड की छवि को कलंकित करने वाला भी है। जनभावनाओं के अनुरूप इस अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक निर्णय का सदन से सड़क तक चरणबद्ध विरोध किया है।
कहा गया है कि राज्य सरकार की हठधर्मिता बढ़ती जा रही है। हद तो तब हो गई जब बीते बुधवार को भाजपा कार्यकर्ता विधानसभा घेराव के लिये पहुंचे तो पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे निहत्थे कार्यकर्ताओं पर बर्बरता से लाठीचार्ज किया गया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश, नेता विधायक दल सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी पर हमला किया गया, जिसे उनके केंद्रीय सुरक्षाबल के जवानों ने विफल कर दिया। इतना ही नहीं महिला कार्यकर्ताओं को भी पुरुष पुलिसकर्मियों ने बर्बरता से पीटा। गला दबाकर मारने की कोशिश की गई। पुलिस की बर्बर कार्रवाई से घायल प्रदेश के सैकड़ों कार्यकर्ता अस्पतालों में इलाजरत हैं।
भाजपा ने राज्यपाल से अनुरोध किया है कि राज्य में सर्व पंथ समभाव को बनाये रखने के लिये नमाज कक्ष आवंटन के निर्णय को अविलंब वापस लिया जाए। साथ ही भाजपा के शांतिपूर्ण प्रदर्शन कार्यक्रम में हुए बर्बर लाठीचार्ज की जांच कराई जाए।
प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर, प्रदेश मंत्री सुबोध सिंह गुड्डू, कोषाध्यक्ष दीपक बंका और वरिष्ठ नेता बालमुकुंद सहाय शामिल थे।