गुमला। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी )कमांडर की गोली मारकर हत्या करने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस के अनुसार यह घटना गुमला जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के लावादाग की है। वहां जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के शीर्ष कमांडर शुकर उरांव की गोली मार कर अज्ञात अपराधियों ने हत्या कर दी है। घटना की सूचना मिलने के बाद रविवार को पुलिस मौके पर पहुंची और जांच कर शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
रविवार की सुबह स्थानीय लोगों ने लावादाग स्थित एक मैदान में एक युवक का शव देखा, जिसके सर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। युवक की पहचान जेजेएमपी उग्रवादी संगठन के शीर्ष कमांडर शुकर उरांव के रूप में हुई। इसके बाद स्थानीय लोगों के द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पुलिस पहुंची और जांच कर रही है। इस मामले में आशंका जताई जा रही है कि शुकर उरांव की आपसी विवाद में गोली मारकर हत्या की गई है। एसपी डॉ. एहतेशाम वकारीब ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि बीते 19 जुलाई को माओवादियों ने पोस्टर चिपकाकर जेजेएमपी के चार सदस्यों को मारने का ऐलान किया था। भाकपा माओवादी कोयल शंख जोन कमेटी ने यह पोस्टर चिपकाया था। जिसमें जेजेएमपी के पप्पू, रविंद्र, शुकर और माठु को गुंडों का सरदार बताया था। पोस्टर में लिखा था कि इन चारों को सजा देने की जरूरत है। पुलिस मुठभेड़ में कई माओवादी मारे गये थे, जिसका जिम्मेवार जेजेएमपी के इन चारों को माओवादी मान रहे थे।