हजारीबाग| चौपारण प्रखंड के नव प्राथमिक विद्यालय लोहरा के पारा शिक्षक भरत प्रसाद दांगी (50वर्ष) का ऑक्सीजन लेवल घटने की वजह से मौत हो गई। इनकी आर्थिक स्थिति कमजोर थी। इसको लेकर अष्टमंगल के संजय दुबे ने कहा कि प्रत्येक दिन एक पारा शिक्षक का घर उजाड़ रहा है। सरकार मौन है, सरकार अगर शिक्षक कल्याण कोष दे देती तो हम सभी पारा शिक्षकों को कुछ सहयोग हो जाता, लेकिन सभी सरकार एक ही जैसी होती है।
करीब 20 वर्षों से सेवा दे रहे पारा शिक्षकों के साथ सिर्फ राजनीति हो रही है। बहुत ही आशा और विश्वास के साथ हम सभी पारा शिक्षकों ने झामुमो की सरकार को बनाने में अपना अपना अहम योगदान दिया हैं किंतु बहुत ही खेद का विषय है कि अभी तक हेमंत सरकार अपना सारा कार्य करते आ रही है किंतु पारा शिक्षकों की नहीं सुन रही| कोरोना जैसे महामारी में हम सभी पारा शिक्षकों से बिना किसी बीमा कराएं कार्य लिया जा रहा है जिसका हम सभी विरोध करते हैं।