चरही| चरही थाना अंतर्गत चरही चौक के कपड़ा दुकानदारों ने सरकार के द्वारा लगाए गए सुरक्षा सप्ताह और जारी गाइडलाइंस का मख़ौल बना दिया है। धड़ल्ले से दुकानों के सटर खोल कर ग्रहको को घुसाकर कपड़े बेचे जा रहे है। मनोकामना कॉम्प्लेक्स स्थित सागर गारमेंट, कृष्णा कलेक्शन, बर्णवाल वस्त्रालय एवं गारमेंट्स, और कृष्णा ब्रदर्स एंड गारमेन्टस खुलेआम ग्रहको को अंदर घुसा कर कपड़ा बेच रहे है। यही नही इसके बगल की बिजली दुकान निक्की इलेक्ट्रॉनिकस भी गैर जरूरी सामानों को बेचने में लगी हुई है। जिस प्रकार से ये दुकाने दिशनिर्देशों को ठेंगा दिखा रहे है उससे यह प्रतीत होता है कि यहाँ कानून व्यवस्था नगण्य है।
कुछ दिन पहले भी अखबार में कपड़ा दुकानदारों द्वारा लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ाने को लेकर खबर छपी थी। बाद में प्रखण्ड के सीओ ने खुद उन्हें कपडा बेचते हुए रंगे हाथ पकड़ा था। जिसके बाद उन दुकानदारों के खिलाफ मामला दर्ज कर दुकान को सील कर दिया गया था। इनसब को लेकर जो सबसे जरूरी जो सवाल खड़ा होता है वो यह कि ये दुकाने मुख्य मार्ग पर है। यहाँ स्थानीय पुलिस की लगातार गस्ती होती है तो फिर यह कैसे संभव है? स्थानीय पुलिस इतनी बेखबर कैसे है ? यह सब देखकर यह कहा जा सकता है कि राज्य सरकार और स्थानीय पुलिस की कार्यशैली में विरोधाभास है। राज्य सरकार कानून और नियमों को और सख्त कर रही है ताकि संक्रमण को रोका जाय वही स्थानीय पुलिस की व्यवस्था को लेकर उदासीनता कुछ और ही बयाँ कर रही है।
इधर चरही और आस पास कोरोना का लगातार प्रसार हो रहा है। मुख्य चौक की गैर जरूरी दुकाने लगातार आसपास के गांवों में कोरोना फैलाने का बड़ा कारण बन रही है। यदि यही हाल रहा तो आने वाले समय मे कोरोना का भयावह रूप चरही और आस पास देखने को मिलेगा।