रामगढ़। पंचायत चुनाव में पांडे गिरोह का आतंक एक बार फिर सर चढ़कर बोला है। पांडे गिरोह के मुख्य सरगना निशी पांडे के अपने सगे भाई निशांत सिंह को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने इस मामले की पुष्टि की। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि निशांत सिंह को जिला परिषद संख्या पांच से निर्विरोध जिताने के लिए एक बड़ी लॉबी तैयार की गई थी।
आठ प्रत्याशियों को मिली थी धमकी
एसपी ने कहा कि पांडे गिरोह के मुख्य सरगना विकास तिवारी, निशी पांडे, विकास साव के द्वारा आठ प्रत्याशियों को धमकी दी गई थी। कुछ लोगों को पैसों का लालच भी दिया गया था। कुछ प्रत्याशियों से नामांकन पर्चा भी छीन लिया गया था। एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि इस बात की सूचना जब पुलिस को मिली तो पतरातू एसडीपीओ वीरेंद्र चौधरी के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जांच में यह बात स्पष्ट हो गई कि निशांत सिंह को जिला पार्षद बनाने के लिए आतंकी माहौल बनाया गया था। यह पूरा मामला आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के साथ-साथ गंभीर आपराधिक मामला भी है। इस मामले में तत्काल पतरातू थाने में एक प्राथमिकी दर्ज करते हुए निशांत सिंह को पकड़ा गया है।
पलामू जेल में बंद विकास तिवारी दिलवाई गई थी धमकी
एसपी ने बताया कि कई प्रत्याशियों को अलग-अलग नंबर से पलामू जेल में बंद विकास तिवारी से बात करा कर धमकी दिलवाई गई थी। कुछ लोगों को निशी पांडे ने खुद धमकी दी थी। एसपी ने बताया कि जिला परिषद चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तिथिदो मई निर्धारित की गई थी। एक प्रत्याशी को दो मई को पूरे दिन निशांत सिंह अपनी गाड़ी में बैठा कर घूम आते रहे, ताकि नॉमिनेशन का समय खत्म हो जाए। शाम में उसको गाड़ी से उतारा गया।
डीसी और चुनाव आयोग को भेजी जाएगी विस्तृत रिपोर्ट
एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया को धता बताते हुए पांडे गिरोह के द्वारा पूरा कार्य किया गया है। इस मामले में प्रत्याशी निशांत सिंह के खिलाफ डीसी को एक रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि इस पूरे मामले में निर्वाचन आयोग को भी रिपोर्ट भेजा जाएगा, जिसके आधार पर कार्रवाई होगी।
लिखित रिपोर्ट के आधार पर निर्धारित होगी आगे की प्रक्रिया : डीसी
इस पूरे मामले में डीसी माधवी मिश्रा ने बताया कि जिला परिषद संख्या पांच के प्रत्याशी निशांत सिंह की गिरफ्तारी की सूचना उन्हें प्राप्त हुई है। पुलिस के द्वारा उन्हें लिखित तौर पर भी पूरी रिपोर्ट भेजी जाएगी। डीसी ने बताया कि इस मामले में लिखित रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई निर्धारित होगी।