खूंटी। गर्भवती महिलाओं को आर्थिक मदद देने के लिए शुरू की गयी प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना खूंटी जिले में बेहद फायदेमंद साबित हो रही है। खासकर गरीब महिलाओं के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है।
प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना की शुरुआत 2010 में हुई। पहले इसका नाम इंदिरा गांधी मातृत्व सहायता योजना था, जिसे 2017 में बदल कर प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना किया गया। इस योजना का उद्देश्य काम करने वाली महिलाओं की मजदूरी के नुकसान की भरपाई करने के लिए मुआवजा देना, उनके उचित आराम और पोषण को सुनिश्चित करने के साथ गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के स्वास्थ्य में सुधार और नकदी प्रोत्साहन के माध्यम से अधीन-पोषण के प्रभाव को कम करना है।
इसके अलावा गर्भावस्था, प्रसव और स्तनपान के दौरान महिलाओं की देखभाल, अभ्यास को बढ़ावा देना, महिलाओं के शुरूआत महीनों में उनके स्तनपान और उनके पोषण के बारे में जानकारी देना, उनके बच्चे को होनेवाले कुपोषण से बचाना और मृत्यु दर को कम करना है। इस योजना का दूसरा नाम प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना भी है। इसके तहत गर्भवती महिलाओं को तीन किस्तों में पांच हजार रुपये दिये जाते हैं।
खूंटी में 14 हजार महिलाओं को मिला लाभ
खूंटी जिले के छह प्रखंडों की 13803 महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ दिया गया है। जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ग्लाडियस बाड़ा ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में 16674 महिलाओं को इस योजना का लाभ देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इनमें से 13803 महिलाओं को इस योजना से लाभान्वित किया जा चुका है।
गरीबों के लिए काफी अच्छी योजना है : शालिनी जायसवाल
इस योजना से लाभान्वित तोरपा शांति नगर की रहने वाली गृहिणी शालिनी जायसवाल ने कहा कि यह योजना गर्भवती महिलाओं के लिए खासकर गरीब महिलाओं के लिए बहुत ही अच्छी है। उन्होंने कहा गर्भावस्था के दौरान गरीब महिलाओं को वह पौष्टिक भोजन नहीं मिल पाता। सरकार के पैसे से महिलाएं गर्भावस्था के दौरान फल, दूध और अन्य पौष्टिक चीजें खरीद कर सेहत का ख्याल रख सकती है। शालिनी ने कहा कि सभी महिलाओं को इसका लाभ लेना चाहिए और प्रशासन को भी चाहिए कि वह प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का ग्रामीण स्तर पर प्रचार-प्रसार करे, ताकि लोगों को इसकी जानकारी हो और वे इसका लाभ उठा सकें।
गांव के लोगों को कम जानकारी : चंद्रप्रभा देवी
तोरपा पूर्वी से इसी वर्ष पंचायत समिति का चुनाव लड़ चुकी गृहिणी चंद्रप्रभा देवी कहती हैं कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को इस योजना की बहुत कम जानकारी है। इसके कारण कई महिलाएं इस योजना के लाभ उठा नहीं पाती हैं। सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेवारी है कि वे गांव की गर्भवती महिलाओं को योजना का लाभ दिलायें।
आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से घर-घर तक पहुंच रही है योजना : रंजीता देवी
महिला और बाल विकास के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए मुख्यमंत्री के हाथों बेस्ट आंगनबाड़ी सेविका का सम्मान पा चुकी तोरपा की आंगनबाड़ी सेविका रंजीता देवी कहती हैं कि प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना सही मायने में काफी लाभदायक है। इसके तहत तीन किस्तों में पांच हजार रुपये की सहायता राशि गर्भवती महिलाओं की दी जाती है।
उन्होंने कहा कि पहले बहुत कम लोगों को इस योजना की जानकारी होती थी लेकिन अब महिलाओं में जागरुकता आयी है। सरकार द्वारा इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके कारण गांव की महिलाएं भी इसका लाभ लेने लगी हैं। रंजीत देवी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से यह योजना घर-घर तक पहुंच रही है।