हजारीबाग। रविवार को प्राउटिस्ट यूनिवर्सल हजारीबाग के द्वारा आयोजित कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर में नैतिकता व आध्यात्मिकता का शिक्षा पर जोर दिया गया। प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य मनुष्य के चारित्रिक उत्थान कर एक स्वस्थ एवं स्वच्छ समाज का निर्माण करना है। तीन दिवसीय कार्यकर्ता इस प्रशिक्षण शिविर में विद्यार्थियों, नौजवानों, महिलाओं व बुजुर्ग को प्रउत अर्थव्यवस्था की व्यवहारिक ज्ञान बताया गया और उन्हें सदविप्र बनने का रहस्य बताया गया। शिविर में ज़ूम ऑनलाइन के माध्यम से देश के कई शहरों से युवा और छात्र भी जुड़े और उन्होंने इसका भरपूर लाभ उठाया।
शिविर में मुख्य प्रशिक्षक आचार्य प्रियतोशानंद अवधूत आचार्य जी ने बताया कि गुरुदेव श्री प्रभात रंजन सरकार द्वारा प्रतिपादित प्रउत दर्शन पूरे विश्व के सभी समस्याओं का एकमात्र निदान है। उन्होंने आगे बताया कि श्री प्रभात रंजन सरकार के मुताबिक सदविप्र शब्द का अर्थ वह व्यक्ति जो नैतिकतावादी व अध्यात्मवादी है और जो अनैतिकता के खिलाफ लड़ता है। बताया कि गलत तरीके से धन कमाना या धन संचय करना प्रउत के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है।
शिविर में शामिल आनंदमार्गी कार्यकर्ताओं को उनके सहभागिता के लिए उन्हें प्राउटिस्ट यूनिवर्सल की ओर से प्रमाण पत्र भी दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में आचार्य सुभगतानंद अवधूत, अवधूतिका आनंद राजीता आचार्या, आचार्य सिद्धार्थतानंद अवधूत, भूक्ती प्रधान गंगेश्वर दादा, धर्म प्रचार सचिव राजेन्द्र राणा दादा, यूनिट सेक्रेटरी गोविंद दादा, यूपी वाई एफ के राष्ट्रीय सचिव ज्योति रंजन, प्राउटिस्ट यूनिवर्सल के भक्ति प्रधान प्रमोद दादा, युगल रजक, आनंद भूषण योगी, देवाशीष दादा, अयोध्या दादा, धनंजय दादा, देवकी दादा, राजकुमार दादा, परमेश्वर दादा, लक्ष्मण दादा, रवि सोनी दादा, भीष्म दादा, रितेश दादा, नेमीचंद दादा, वेद प्रकाश दादा, शंभू दादा, पवन दादा, वैद्यनाथ दादा, लोकेश दादा, दीपेश्वर दादा और समस्त मार्गी और कार्यकर्ताओं ने अपना बहुमूल्य सहयोग दिया।