रांची। राज्य के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति रामेश्वर उरांव ने कहा है कि दीपावली और छठ पूजा तक कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर काबू रहा, तो फिर कक्षा एक से पांच तक के सभी स्कूलों को खोला जाएगा। इस बाबत शिक्षा को लेकर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन भी काफी संवेदनशील व्यक्ति हैं। उरांव सोमवार को बेड़ो स्थित डीएवी विवेकानंद पब्लिक स्कूल में प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर (पासवा) के प्रखंड पदाधिकारियों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मौके पर स्कूल प्रबंधन और पासवा के पदाधिकारियों द्वारा वित्तमंत्री रामेश्वर उरांव एवं पासवा के प्रदेश अध्यक्ष आलोक कुमार दूबे को फूलों का गुलदस्ता एवं शॉल देकर स्वागत किया गया। उरांव ने कहा कि प्राईवेट स्कूलों को मान्यता देने के संबंध में पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में बनाये गये नियम में भी ढील देने को लेकर वे मुख्यमंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने यह स्वीकार किया कि शिक्षा का अधिकार कानून लागू होने के बाद देश के किसी भी राज्य में झारखंड जैसा कानून नहीं है। एक एकड़ जमीन और 30 साल लीज की अनिर्वायता जैसे कठोर शर्त को हटाने पर सरकार गंभीरता पूर्वक विचार कर रही है। उरांव ने कहा कि समाज के विकास में शिक्षा का बड़ा योगदान है। सभी अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दिलाने का प्रयास करें। इस दिशा में राज्य सरकार की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रों में प्ले स्कूल और गांव-गांव में सरकारी स्कूलों के माध्यम से निःशुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रयास कर रही है। आलोक कुमार दूबे ने कहा कि प्राइवेट स्कूलों की शैक्षणिक व्यवस्था आज ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिल रही है।
निजी विद्यालय गरीब, आदिवासी एवं कमजोर बच्चों को शिक्षित करने का काम कर रही है। पासवा के अनुरोध पर वित्त मंत्री के प्रयास से क्लास छह से ऊपर के बच्चों का स्कूल खुल गया है। छठ पूजा के बाद अगर स्थिति अच्छी रही तो क्लास एक से ऊपर पांच तक के भी स्कूल खूल जाऐंगे जैसा रामेश्वर उराँव ने भी कहा है।कार्यक्रम की अध्यक्षता डीएवी विवेकानंद स्कूल बेड़ो के संचालक कैलाश महतो ने किया जबकि मांग पत्र पासवा के रंजीत खत्री ने दिया।