रांची : भगवान बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर जून से 2 और एयरोब्रिज शुरू हो जायेंगे। यही नहीं कोल्ड स्टोरेज का काम भी दिसंबर तक पूरा कर लिया जायेगा। भगवान बिरसा मुंडा एयरपोर्ट रांची की बुधवार को हुई सलाहकार समिति की बैठक में एयरपोर्ट के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बैठक की अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष और सांसद संजय सेठ ने की। बैठक में एयरपोर्ट में यात्री सुविधाओं के विस्तार, कार्गो सुविधाओं के विस्तार सहित कई अन्य प्रमुख मुद्दों पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान सांसद श्री सेठ ने स्पष्ट निर्देश दिया की काम धरातल पर दिखना चाहिए और आम जनता तक यह संदेश स्पष्ट जाना चाहिए कि एयरपोर्ट के जरिये जनसेवा के क्षेत्र में क्या-क्या कार्य किए जा रहे हैं। सांसद ने बैठक में रांची से दूसरे शहरों में जाने वाले फल और सब्जियों की जानकारी ली, जिसमें अधिकारियों ने यह बताया कि प्रतिदिन लगभग 22 टन मटर, बींस और लीची रांची से विभिन्न शहरों की भेजा जा रहा है। लीची प्रतिदिन हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों में भेजी जा रही है जबकि सब्जियां हैदराबाद, बेंगलुरू, मुंबई, अहमदाबाद जैसे शहरों को भेजी जा रही है। सांसद ने कहा कि इस क्षेत्र में किसानों से समन्वय बनाए और किसानों के बीच इसका व्यापक प्रचार-प्रसार करें ताकि किसान बिना बिचौलिए के अपनी सब्जी सीधे एयरपोर्ट को पहुंचा सकें। सांसद ने बताया कि 2 वर्ष पूर्व उन्होंने तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी को रांची में सब्जियों की खेती के संबंध में बताया था। और किसानों के लिए किराए में रियायत देने का आग्रह किया था। जिसके आलोक में अब यहां से सिर्फ 1.92 रुपये प्रति किलो के हिसाब से फल और सब्जियां यहां से बाहर भेजी जा रही हैं।
श्री सेठ ने अधिकारियों से पूछा कि रांची एयरपोर्ट में बनने वाले कोल्ड स्टोरेज की क्या स्थिति है? तो बताया गया कि 5 मीट्रिक टन क्षमता वाला कोल्ड स्टोरेज बनाने का काम प्रक्रियाधीन है। और दिसंबर तक पूर्ण हो जाएगा। वहीं, सांसद ने यात्रियों के लिए एयरपोर्ट पर मेडिकल सुविधा के संबंध में जानकारी मांगी तो बताया गया कि यहां मेडिकल की सुविधा उपलब्ध है। सांसद ने यह भी निर्देश दिया कि एयरपोर्ट पर जनहित में जो भी काम हो रहे हैं, जो नई-नई बातें सामने आ रही है, जो नई जानकारियां सामने आ रही है, इसको लेकर पत्रकारों के साथ अपनी जानकारी साझा करें। तभी जनता को यहां उपलब्ध करायी जा रही सुविधाओं का पता चल सकेगा। वहीं, सीएसआर को लेकर उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित करें कि सीएसआर के तहत जो गांव प्रभावित हैं, विस्थापित हैं, वहां के ग्रामीणों को बेहतर जीवन स्तर के लिए काम किया जाए। पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ्य जैसी जरूरतों पर काम हो ताकि जनता का जुड़ाव एयरपोर्ट से और बेहतर तरीके से हो सके। बैठक में सांसद ने यह भी निर्देश दिया कि मानसून शुरू होने वाला है, यहां जलजमाव और भारी बारिश के दौरान यात्रियों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में यह व्यवस्था सुनिश्चित करें कि बरसात में किसी भी यात्री का सामान न भींगे। उन्हें कोई समस्या नहीं हो। जहां तक यात्री की गाड़ी खड़ी हो वहां तक बिना भीगे जा सके, ऐसी व्यवस्था एयरपोर्ट प्रबंधन को करनी चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने दरभंगा, बनारस, रायपुर, भुवनेश्वर के लिए हवाई सेवा पर विचार करने की बात कही और विभिन्न एयरलाइंस कंपनियों के प्रतिनिधियों को बताया यहां से बड़ी संख्या में यात्री दरभंगा और बनारस की यात्रा करते हैं। ऐसे में यदि यहां विमान सेवा जितनी जल्दी शुरू होगी, जनता को उतनी सहूलियत होगी और एयरपोर्ट को राजस्व की प्राप्ति भी होगी।
वहीं सांसद ने कहा कि एयरपोर्ट पर जब कोई वीआईपी मूवमेंट होता है तो आम यात्रियों को परेशानी होती है। कई बार पत्रकार वार्ता के क्रम में, कई बार अन्य तरह के कार्यक्रमों को लेकर भीड़ हो जाती है, जिसके वजह से यात्री ज्यादा परेशान होते हैं। प्रबंधन यह सुनिश्चित करें कि ऐसे कार्यक्रमों के लिए, स्वागत के लिए, पत्रकार वार्ता के लिए एयरपोर्ट के बाहर एक अलग व्यवस्था बनाई जाए ताकि आम यात्री इससे प्रभावित नहीं हो।बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि बहुत जल्द ही रांची एयरपोर्ट भी एक्स-रे फ्री हो जायेगा। इससे यात्रियों का समय भी बच सकेगा। बैठक में समिति के सदस्यों ने यह सुझाव दिया कि एयरपोर्ट की वेबसाइट अपडेट रखी जाए और इसमें आने-जाने वाले जहाजों की लाइव अपडेट्स मौजूद हो, यह सुनिश्चित किया जाए। एयरपोर्ट पर जब अधिक भीड़ होती है तो उस समय एंट्री के लिए एक और गेट खोला जाए ताकि भीड़ जमा नहीं हो सके। इसके अतिरिक्त किसी भी तरह की समस्या या शिकायत होने पर उसके समाधान की तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। एयर एंबुलेंस से जुड़ी जानकारियों को भी साझा करने और आम लोगों तक इसकी जानकारी उपलब्ध कराने का सुझाव सदस्यों ने दिया। सदस्यों ने यह भी सुझाव दिया की पार्किंग का एक लेन स्पष्ट रेखांकित किया जाए ताकि एयरपोर्ट पर किसी तरह का जाम न लगे। इसके अतिरिक्त एयरपोर्ट के आसपास के गांव के विकास की दिशा में भी सदस्यों ने कई सुझाव दिए ताकि भविष्य में इस एयरपोर्ट से आम ग्रामीण भी खुद को जुड़ा हुआ महसूस करें। एयरपोर्ट के विस्तार में सहयोग कर सकें। बैठक में प्रमुख रूप से एयरपोर्ट के निदेशक के० आर० अग्रवाल, सलाहकार समिति के सदस्य भानु जालान, छवि विरमानी, रामप्रसाद जालान, विभिन्न विमानन कंपनियों के प्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।