रांची। झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता एम तौसीफ ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य में भाजपा अपनी डूबती हुई नैया को कमजोर खेवैया के सहारे भंवर से निकालने का प्रयास कर रही है। उन्होंने बुधवार को कहा कि भाजपा को ऐसा लगता है कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिल जाएगा तो उनके बिखरते हुए संगठन को बाबूलाल एकजुट रखने में कामयाब हो सकते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है। झारखंड भाजपा के कई बड़े नेता नहीं चाहते हैं कि बाबूलाल मरांडी को नेता प्रतिपक्ष का दर्जा मिले। भाजपा के केंद्रीय नेता जबरन बाबूलाल मरांडी को झारखंड के भाजपा के नेताओं के ऊपर थोप रहे हैं।
तौसीफ ने कहा कि भाजपा को बाई इलेक्शन के रिजल्ट से सीख लेना चाहिए कि बाबूलाल मरांडी की झारखंड में कितनी अहमियत है। उन्होंने अपनी विश्वसनीयता को खत्म कर दिया है अब उनके शब्दों को लोग मजाक के तौर पर लेना शुरू कर दिया है, जहां पर भी उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार के लिए कैंप किया वहां गठबंधन के उम्मीदवार से हार का मुंह देखना पड़ा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से भाजपा का संगठन मझधार में फंसा हुआ है। वैसे ही बाबूलाल की विधानसभा की सदस्यता भी दलदल में फंसी हुई नजर आ रही हैं। नेता प्रतिपक्ष तो दूर की बात है विधानसभा की सदस्यता के ऊपर ग्रहण लगता दिख रहा है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश से वक्ती तौर पर बाबूलाल राहत की सांस ले रहे होंगे। लेकिन बुरी तरह से कानूनी दांवपेच में फंसे बाबूलाल को सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है।