रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता शनिवार को मेडिका अस्पताल में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की स्थिति जानने पहुंचे। दोनों नेताओं ने महतो से मुलाकात की और डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य का हाल जाना। मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मेडिका में 10 दिन से जगन्नाथ महतो का इलाज चल रहा हैं। वह कोरोना पॉजिटिव है। डॉक्टर से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली है। उनके स्वास्थ्य में सुधार है, लेकिन रफ्तार बहुत कम है । डॉक्टर लगातार उनके स्वास्थ्य की निगरानी रख रहे हैं। मंत्री को सांस लेने में तकलीफ है। लेकिन वे बातचीत कर रहे हैं और समाचार पत्र भी पढ़ रहे हैं। हम लोगों ने उन्हें झारखंड के बाहर ले जाकर इलाज कराने के लिए दो-तीन बार कोशिश की थी लेकिन मेडिकल सलाह लेने के बाद इस पर सहमति नहीं बन पाई ।जो इलाज बाहर होना है वह यहां हो रहा है।
शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो की स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है। हालांकि मंत्री के स्वास्थ्य में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। मंत्री को अब भी 90 प्रतिशत हाई फ्लो ऑक्सीजन दिया जा रहा है। महतो को अब भी सांस लेने में दिक्कत हो रही है। भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल (मेडिका) में मंत्री का आईसीयू में इलाज चल रहा है। आईसीयू के इंचार्ज डॉ विजय मिश्रा की देखरेख में उनका इलाज चल रहा है। डॉ मिश्रा ने बताया कि फिलहाल उनकी स्थिति में पहले से सुधार हो रहा हैं। वह पहले से डायबिटीज और हार्ट की बीमारी से भी ग्रसित है। वह धीरे-धीरे ठीक होंगे। उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्री बेहतर इलाज हो रहा है ।पहले के मुकाबले उनकी रिपोर्ट बेहतर आई है। वह जब मेडिका में भर्ती हुए थे उस समय उनकी ब्लड रिपोर्ट ठीक नहीं थी।
शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य निगरानी के लिए बनी है टीम
कोरोना से संक्रमित मेडिका में इलाजरत शिक्षा मंत्री के बेहतर इलाज और डॉक्टरों से समन्वय स्थापित करने के लिए स्वास्थ्य मंत्री के आदेश के बाद रिम्स के चार वरिष्ठ चिकित्सकों की एक टीम बनाई गई हैं। इसमें डॉक्टर उमेश प्रसाद कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ हेमंत नारायण, ट्रॉमा सेंटर के हेड डॉ प्रदीप भट्टाचार्य और डॉक्टर बृजेश कुमार को शामिल किया गया है। रिम्स के डॉक्टरों की बनाई गई टीम को यह निर्देशित किया गया है कि शिक्षा मंत्री के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर मेडिका अस्पताल ने किस तरह का प्रयास किया गया है और किन-किन चीजों की अत्यधिक आवश्यकता है। इन सभी बिंदुओ को लेकर समन्वय स्थापित करना और अगर किसी चीज की जरूरत पड़े तो उसे मुहैया कराने के लिए सरकारी स्तर पर सूचित करना है।
उल्लेखनीय है कि एक अक्टूबर को रिम्स से मेडिका अस्पताल में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को शिफ्ट किया गया था। शिक्षा मंत्री की कोरोना जांच रिपोर्ट 28 सितंबर को पॉजिटिव आई थी। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें बोकारो जिले स्थित पैतृक आवास से एंबुलेंस के सहयोग से रांची लाकर रिम्स के कोविड -19 वार्ड में भर्ती कराया गया था। सर्दी, जुकाम, बुखार और बदन दर्द के कारण शिक्षा मंत्री को सांस लेने में कठिनाई महसूस हो रही थी। उनकी कोरोना जांच कराई गई और रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद तत्काल 108 नंबर एंबुलेंस को सूचना दी गई और मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उन्हें तुरंत रिम्स में भर्ती करनेका निर्णय लिया था।