सीएम ने नर्सिंग कौशल कॉलेज की छात्राओं के बीच नियुक्त पत्र का वितरण किया
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में झारखंड की पूरे देश में विशिष्ट पहचान बनेगी। मुख्यमंत्री ने बुधवार को रांची में अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की एसपीवी प्रेझा फाउंडेशन द्वारा संचालित चान्हो नर्सिंग कौशल कॉलेज के छात्राओं के बीच नियुक्ति पत्र वितरण समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रशिक्षण उनके लिए मील का पत्थर साबित होगा। नर्सिंग कॉलेज की 111 छात्राओं में से 60 नर्स अपोलो ग्रुप, 31 नर्स नाइन क्लाउड हॉस्पिटल , 20 नर्स मेदांता और अन्य अस्पतालों से जुड़ेंगी।
स्वास्थ्य के क्षेत्र ने बनायेंगी अलग पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि रांची के चान्हो के अतिरिक्त चाईबासा, सरायकेला, साहेबगंज में भी बच्चियों को नर्सिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जल्द वहां की भी हुनरमंद बच्चियां आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर होंगी। आने वाले समय में स्वास्थ्य के क्षेत्र में झारखण्ड की बच्चियां अलग पहचान बनायेंगी।
प्रेझा का कार्य सरहनीय
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रेझा फाउंडेशन ने स्वास्थ्य सेवा में कड़ी जोड़ने का कार्य किया है। कोरोना संक्रमण के दौर में विश्व स्तरीय लेबोरेटरी की स्थापना प्रेझा द्वारा की गई। कई युवक-युवतियों को अवसर प्रदान कर उनकी बेहतरी के लिए कार्य किया है। प्रेझा ने शिक्षा के साथ-साथ रोजगार से भी आच्छादित करने का कार्य किया है। इस प्रशिक्षण को पूर्ण कराने में एचडीएफसी बैंक की भूमिका भी सराहनीय है।
बेहतरी का प्रयास होता रहेगा
इस मौके पर अनुसूचित जनजाति,अनुसूचित जाति, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण चंपाई सोरेन ने कहा कि चान्हो नर्सिंग कॉलेज की छात्राओं का प्रशिक्षण पूर्ण हुआ। आज उन्हें नियुक्ति पत्र मिल रहा है। राज्य के विभिन्न जिलों में बच्चियों को प्रशिक्षण देने का कार्य निरंतर संचालित है। इसे और बेहतर करना है, ताकि गरीब परिवार की बच्चियों को अवसर मिले और वे आत्मनिर्भर बन सकें। इन छात्राओं को सेवा करने का अवसर मिलेगा।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री व मंत्रीगण ने प्रशिक्षण प्राप्त 35 बच्चियों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर उनके सुखद भविष्य की कामना की। मौके पर श्रम, नियोजन एवं प्रशिक्षण मंत्री सत्यानंद भोक्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ राजीव अरुण एक्का, सचिव अमिताभ कौशल, आदिवासी कल्याण आयुक्त हर्ष मंगला व नव नियुक्त नर्स उपस्थित थीं।