कटकमसांडी (हजारीबाग) इन दिनों पीएम आवास में कमीशनखोरी की लगातार मामले सामने आ रहे हैं। कमीशनखोरी के इस मामले में आवास से जुड़े प्रखंडकर्मियों से लेकर मुखिया, उपमुखिया, रोजगार सेवक व स्वयंसेवक तक की संलिप्तता बताया जा रहा है।
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ऐसा ही एक ज्वलंत मामला डांड़ गांव के मसोमात सीता पति स्व.लखराज बेदिया के साथ जुड़ गया है, जो आवास की लाभार्थी है। सीता मसोमात को पीएम आवास की पहली किस्त 40 हजार रूपया मिल चुका है, जिसे वह लिंटल तक दीवार खड़ी कर चुकी है। रोजगार सेवक द्वारा निर्माणाधीन आवास का फोटोग्राफ्स लेकर प्रखंड कार्यालय में देने के बाद दूसरी किस्त की राशि लाभार्थी के खाते में भेजा जाना है। मगर लाभार्थी मसोमात सीता द्वारा बतौर कमीशन नहीं दिए जाने के कारण फिलहाल आवास निर्माण कार्य अवरूद्ध है।
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मसोमात सीता का कहना है कि रोजगार सेवक मनोज कुमार के पास आवास के फोटो खिंचवाने के लिए कई बार गई, मगर वह नहीं आया। इधर दूसरी किस्त की राशि खाते में भेजने के लिए उपमुखिया सुनिल कुमार मेहता 15 हजार रूपया की मांग को लेकर रोज परेशान कर रहा है। फिर भी मेरे पुत्र से पांच हजार रूपया लेकर दस हजार रूपए की व्यवस्था करने को कह गया है।
उपमुखिया का यह भी कहना है कि पैसे नहीं देने पर मुखिया कागज ब्लाक में जमा नहीं करेगा और आवास का काम आगे नहीं बढ़ेगा। महिला ने आगे बताया कि स्वयंसेवक सूरज कुमार भी रोज रोज पैसे की मांग करता है। इसलिए आज हम खुद बीडीओ मैम से शिकायत करने पहुंची हूं। महिला मसोमात सीता का कहना है कि मेरे पास घर नहीं है। अगर आवास नहीं बना तो गर्मी में हमारी परेशानी बढ़ जाएगी। बता देते कि यह मामला सिर्फ मसोमात सीता का ही नहीं है। बल्कि आवास के हर लाभार्थियों के साथ हो रही है। आवास दिलाने के नाम पर पहले दस हजार, आवास मिल जाने के बाद दस हजार और फाइनल रिपोर्ट में पांच हजार राशि के लेन-देन खेल धड़ल्ले से जारी है।