JAMSHEDPUR. पश्चिमी सिंहभूम के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जमशेदपुर स्थित एमजीएम अस्पताल आए दिन किसी न किसी कारनामों से सुर्खियों में रहता है, मगर इस बार अस्पताल में मरीजों को मच्छर से बचाने के लिए इमरजेंसी वार्ड में ही फागिंग करवाई जा रही थी, जिसके बाद पूरा इमरजेंसी वार्ड फागिंग के धुए में तब्दील हो गया।
वही एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीज और उनके परिजनों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। इमरजेंसी वार्ड में अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला। सभी लोग अपने अपने मरीजों को लेकर इमरजेंसी वार्ड से बाहर निकलने लगे।
इतना ही नही फागिंग धुआं से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कई मरीजों को इस धुआं के कारण सांस लेने में परेशानी हुई। जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती करना पड़ा, हालांकि इस मामले पर अस्पताल प्रबंधन मौन धारण किया हुआ है। आखिर इतनी बड़ी लापरवाही क्यों की गई। परिजनों का कहना है कि हमारे मरीज की और हालत खराब हो गई और पूरा इमरजेंसी वार्ड फागिंग के कारण धुआं में तब्दील हो गया।