खूँटी । खूँटी डीएवी विद्यालय में सत्र 2020-21 में एनुअल चार्ज और मिसलेनियस फीस तथा 21-22 में ट्यूशन फीस में 45% से 55% की बढ़ोतरी किए जाने पर त्रस्त और आहत परेशान अभिभावकों ने उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने कहा कि ऐसी आपदा की स्थिति में लॉकडाउन के कारण लोगों के आर्थिक स्थिति चरमराने के बावजूद भी विद्या का मंदिर मुंह मांगा चढ़ावा लेने के लिए भी पीछे नहीं है। और प्राइवेट स्कूल इस बार भी अपने मासिक फीस और वार्षिक देय को बढ़ाकर अभिभावकों के कमर तोड़ दी है। इस बढ़ती स्कूल फीस से त्रस्त और आहत होकर बच्चों के अभिभावकों ने उपायुक्त से इस पर लगाम लगाने के लिए आज गुहार लगाते हुए ज्ञापन सौंपा। अभिभावकों ने बताया कि विद्यालयों में बेतहाशा मासिक फीस की बढ़ोतरी की गई है। और ऐसी बाजार बंदी और कारोबार ठप रहने से सभी अभिभावक त्रस्त हैं। एक तो कमरतोड़ महंगाई और दूसरा कमाई के संसाधन का अभाव। पढ़ाई कर आना तो दूर परिवार पालना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे में परिवार के लिए खाना जुटाएँ या पढ़ाई कराएँ।
उपायुक्त शशि रंजन ने अभिभावकों की बातों को गौर से सुना। और आहत हुए परिजनों को आश्वासन दिया की इनके निराकरण का उपाय जल्द किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि डीएवी ही नहीं बल्कि सभी विद्यालयों की फिश और व्यवस्था का जायजा लिया जाएगा। साथ ही विद्यालय के द्वारा बढ़ाए जा रहे मासिक देय और वार्षिक देय की बढ़ोतरी पर शिकंजा कसा जाएगा। अभिभावक समूह ने ज्ञापन के साथ फीस बढ़ोतरी किये गए चार्ट प्रमाणिकता के तौर पर संलग्न किया है। जिसमें अधिकतम कक्षाओं में 40 से 50% राशि से अधिक मासिक शुल्क में बढ़ोतरी किया गया है। अभिभावक समूह ने इसका प्रतिलिपि झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री अनुमंडल पदाधिकारी खूंटी जिला शिक्षा पदाधिकारी खूंटी प्राचार्य डीएवी कोटी और डीएवी सीएमसी प्रेसिडेंट नई दिल्ली को भी प्रेषित किया है।
इस दौरान उपायुक्त को ज्ञापन सौंपने में बाबू कुमार, गुड्डू कुमार, गौतम कुमार, साहू, मो जाहिद अंसारी, अरविंद सुमन, शोभा देवी, कृष्णा महतो, सोनी देवी, महादेव मुंडा, राहिल सुरीन, प्रेमचंद नाग, सोनी नाग, रिंकी देवी, प्रकाश कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित थे।