शहर के झारखंड हॉस्पिटल के खिलाफ एसडीओ से सांसद प्रतिनिधि ने की शिकायत
रामगढ़। शहर का एक निजी हॉस्पिटल धड़ल्ले से ऑपरेशन किए जा रहा है। मजे की बात तो यह है कि इस हॉस्पिटल में ना तो कोई सर्जन है और ना ही कोई एनेस्थीसिया के एक्सपोर्ट। यह हॉस्पिटल अनुमंडल कार्यालय के समीप ही संचालित हो रहा है और मरीजों की जान से खेल रहा है। इस मुद्दे पर भाजपा सांसद के प्रतिनिधि नीरज प्रताप सिंह शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार से मिले। उन्होंने इस मुद्दे पर कार्रवाई करने की अपील की। नीरज ने रामगढ़ बीडीओ कार्यालय के ठीक सामने स्थित झारखंड अस्पताल में हो रही गड़बड़ी के बारे में अनुमंडल पदाधिकारी को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि झारखंड अस्पताल का रजिस्ट्रेशन क्लिनिकल इस्टैब्लिशमेंट के तहत नहीं है। इस अस्पताल में बिना सर्जन के सर्जरी हो रही है। ऑपरेशन के दौरान विशेषज्ञ भी नहीं है। अस्पताल में फार्मासिस्ट भी नहीं है और ना ही योग्य नर्स। नीरज ने कहा कि यह अस्पताल झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे आम लोगों को लूट रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड अस्पताल में पहले भी अल्ट्रासाउंड मशीन को सील किया गया। क्योंकि वहां गैर कानूनी तरीके से भ्रूण जांच की जा रही थी।
झारखंड अस्पताल के प्रबंधक पीयूष कुमार इस मुद्दे पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि मेरे हॉस्पिटल में कोई भी गैरकानूनी काम नहीं होता है। हमारे यहां सर्जन और एनेस्थीसिया के एक्सपोर्ट फोन पर बुलाए जाते हैं। जब भी कोई मरीज अस्पताल में आता है तो फिर वह डॉक्टरों को कॉल करते हैं। हालांकि उन्होंने किसी भी चिकित्सक का नाम नहीं बताया।
अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार ने बताया कि झारखंड अस्पताल के बारे में पहले भी उन्हें शिकायतें मिल चुकी हैं। जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।