खूँटी। आगामी प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूली शिक्षक बहाली प्रक्रिया से पूर्व JTET परीक्षा आयोजित करने हेतु सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए आज केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्री सांसद अर्जुन मुंडा के नाम उनके जिला प्रतिनिधि मनोज कुमार को प्रशिक्षित शिक्षक संघ के अधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा।
इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार की नियमावली प्रक्रिया परिवर्तन करने से प्रशिक्षित शिक्षक शिक्षिका बेरोजगार तो होंगे ही साथ ही शिक्षण विधि और क्रियाकलाप भी प्रभावित होगा जिसका सीधा असर विद्यार्थियों पर पड़ेगा। प्रशिक्षित लोगों को ही शिक्षक पात्रता परीक्षा का कम्पीटीशन एग्जाम लेकर सरकार को बहाली करनी चाहिए। ताकि बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकें।
उन्होंने बताया कि शिक्षक प्रशिक्षित लगभग 5 लाख डिग्रीधारी / योग्यता रखने वाले अभ्यर्थी JTET 2021 परीक्षा आयोजित कराने के संबंध में अपनी मांग रखते हुए निम्न बिंदुओं पर ध्यान आकृष्ट उपरोक्त विषय के आलोक में सादर कथन है कि हम सभी झारखण्ड के कराना चाहेंगे। उन्होंने बताया कि आगामी प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूली शिक्षक बहाली प्रक्रिया से पूर्व झारखण्ड शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) का आयोजन हो। NCTE के गाइडलाइन के तहत प्रत्येक वर्ष JTET परीक्षा अवश्य आयोजित होनी चाहिए किंतु झारखण्ड के छात्रों का दुर्भाग्य है कि झारखण्ड राज्य अलग होने के बाद 20 वार्षों में 02 (2013 व 2016 में) बार ही झारखण्ड शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) का आयोजन हुआ है । 3. वर्ष 2016 के बाद JTET परीक्षा आयोजित नहीं हुई। विगत 5 वर्षों में राज्य के लगभग 5 लाख छात्रों ने प्रशिक्षण / डिग्री प्राप्त की है जिन्हें अब तक झारखण्ड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) में शामिल होने का अवसर नहीं मिला है । झारखण्ड के लगभग 5 लाख D.EL.ED एवं B.Ed डिग्री प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों की उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए आगामी शिक्षक बहाली से पूर्व JTET आयोजित करने हेतु सरकार का ध्यान आकृष्ट करवाने के लिए आग्रह किया है। इस दौरान रीना देवी, संतोष राम, आदित्य मिश्रा, तन्नु प्रवीण सहित कई शिक्षक शिक्षिकाएँ उपस्थित थीं ।