खूंटी। सदर प्रखंड की तिरला पंचायत के रिदाडीह गांव के लाग पिछले तीन महीनों से बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। गांव के लोग पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से जल संकट दूर करने की गुहार कई बार लगा चुके हैं, पर उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। लगभग 40 घरों के इस गांव में मात्र चार चापानल और सभी तीन महीने से खराब पड़े हैं।
उनकी मरम्मत कराने वाला कोई नहीं है। गांव से आधा किलोमीटर दूर एक व्यक्ति के निजी चापानल से पानी लाकर गांव के लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं। नहाने और कपड़ा साफ करने के लिए दो किलोमीटर दूर नदी जाना पड़ता है। ग्रामीण जीवंती नाग ने बताया कि उन्हें घर के काम के अलावा मजदूरी भी करी पड़ती है। पानी नहीं मिलने से काफी दिक्कतें आती हैं। वार्ड पार्षद मंगा मुण्डा ने बताया कि इन खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत के लिए मुखिया व अन्य संबंधित पदाधिकारियों को तीन माह पहले से ही बोला जा रहा है, लेकिन इस पर सभी टालमटोल कर रहे हैं। बढ़ती गर्मी के बीच जल संकट का सामना पूरा गांव को करना पड़ रहा है।