तेहरान। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने रविवार को 39 अरब अमेरिकी डॉलर का वार्षिक बजट संसद में किया। साथ ही कहा है कि अमेरिकी प्रतिबंधों का प्रतिरोध करने के लिए बजट में तेल के निर्यात पर से निर्भरता घटाने की व्यवस्था की गई है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि साल 2018 में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बहुस्तरीय परमाणु समझौता से अमेरिका को अलग कर लिया था और ईरान के तेल उद्योग एवं तेल निर्यात को लक्ष्य करते हुए उस पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं।
राष्ट्रपति रूहानी ने साल 2020-21 के बजट की कुल राशि 4845 ट्रिलियन ईरानी रियाल्स बताई जो वर्तमान में 38.8 अरब अमेरिकी डॉलर के बराबर है।
उल्लेखनीय है कि ईरान में वित्तीय साल मार्च महीने से शुरू होता है।
हालांकि ईरान अमेरिका के आगे झुकने को तैयार नही है, लेकिन अमेरिकी प्रतिबंध का असर ईरानी अर्थव्यवस्था और राजनीति पर काफी दिख रहा है। एक ओर जहां ईरानी मुद्रा का दाम काफी गिर गया है, वहीं महंगाई भी चरम पर है। तेल का निर्यात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है। यह सब इसलिए किया जा रहा है,ताकि ईरान अमेरिका के साथ नए सिरे से परमाणु समझौता करने पर राजी हो जाए।
अमेरिका का कहना है कि ईरान ने पहले के परमाणु समझौते का पालन नहीं किया और परमाणु हथियार बनाने की दिशा में आगे बढ़ता रहा।