नई दिल्ली। अफगानिस्तान में तालिबान राज के सामने आते ही इस संगठन से जुड़ी कई भयावह घटनाएं भी सामने आ रही हैं. कुछ समय पहले ही एक रिपोर्ट में सामने आया था कि तालिबानी 12 से 15 साल की बच्चियों को शादी के लिए ढूंढ रहे हैं. तालिबानियों की दरिंदगी की एक कहानी भी सामने आई हैं जहां शादी के नाम पर एक लड़की को उठाने के बाद इस महिला का रोज कई लोग रेप कर रहे हैं.
ऑस्ट्रेलियन-अमेरिकन जर्नलिस्ट हॉली मेक्के जो इराक, अफगानिस्तान, सीरिया जैसे क्षेत्रों से रिपोर्टिंग करती रही हैं, उन्होंने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि तालिबानी 15 साल या उससे ऊपर की लड़कियों को शादी के लिए ढूंढ रहे हैं. इस रिपोर्ट में लिखा था कि अफगानिस्तान के बदखासन गांव में एक शख्स को कहा गया था कि उसे अपनी बेटी को तालिबानी लड़ाकों के हवाले करना होगा. हॉली ने इस मामले में अफगानिस्तान की रहने वाली लड़की फरिहा इजर से बात की थी.
हॉली ने लिखा- फरीहा ने हमें बताया है कि तालिबानी घर-घर जा रहे हैं और 12-15 साल की लड़कियों को शादी के लिए ढूंढ रहे हैं. एक महीने पहले बदकाहसन में गांव में इस आतंकी संगठन से जुड़े लोग पहुंचे थे. वे अपने आपको इस्लाम के रक्षक बता रहे थे और अपने आपको लोगों का उद्धारक बता रहे थे.
इस गांव में जाने के बाद तालिबानियों ने एक शख्स से कहा था कि वो अपनी 21 साल की बेटी को तालिबानी मस्जिद लीडर को दे दें. उन्होंने कहा था कि वो शादी करना चाहता है और इस शख्स को उनके लिए कुछ ना कुछ इंतजाम करना ही होगा. ये सुनने के बाद अपनी बेटी की जान बचाने के लिए वो व्यक्ति डिस्ट्रिक्ट गर्वनर के पास भी गया था.
हालांकि डिस्ट्रिक्ट गर्वनर के पास जाने के बावजूद इस व्यक्ति को निराशा ही हाथ लगी. इस व्यक्ति को कहा गया कि वो जो कर सकता है, उसे खुद ही करना होगा. इसके बाद इस शख्स की 21 साल की बेटी को तालिबानी उठा कर ले गए. इस घटना के बाद से ही ये शख्स काफी ज्यादा बदहवास और निराश हालात में है और ये व्यक्ति अपनी दूसरी बेटियों के साथ गांव छोड़ चुका है.
फरीहा ने एक और चौंकाने वाला खुलासा करते हुए कहा कि इस लड़की के पिता को अपनी बेटी की शादी के तीन दिनों बाद पता चला था कि उसकी बेटी के साथ हर रात चार-पांच लोग गैंगरेप करते हैं. ये जानने के बाद इस लड़की के पिता पूरी तरह से टूट चुके हैं और वे बेहद लाचार महसूस कर रहे हैं.
हॉली ने ये न्यूज रिपोर्ट द डालास मॉर्निंग न्यूज के लिए लिखी है. उन्होंने कहा कि ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक झटके में अफगानिस्तान की महिलाओं की आजादी छिन चुकी हैं. पिछले 20 सालों में इस देश में अमन, शांति और उदारवाद के तमाम प्रयास हुए और महिलाएं भी सामने आने लगी थीं लेकिन अब एक बार फिर सन्नाटा पसरा हुआ है.
हॉली अफगानिस्तान छोड़ चुकी हैं लेकिन वे अफगानिस्तान की महिलाओं को लेकर चिंता में हैं. वे फरीहा से कुछ साल पहले मिली थीं जो अफगानी महिलाओं के लिए काम करती हैं. फरीहा ने कहा कि मेरे कई दोस्त गिड़गिड़ाते हुए कह रहे हैं कि मुझे अब अफगानिस्तान छोड़ देना चाहिए लेकिन मैं कैसे अपनी बहनों को यूं मुसीबत में छोड़ सकती हूं?