करीब पांच सालपहले क्यूबा की राजधानी हवाना स्थित अमेरिकी दूतावास में तैनात अधिकारी एक-एक करके बीमार पड़ने लगे। मरीजों ने कहा कि उन्होंने होटल के कमरों या घरों में अजीब सी आवाजें सुनीं और शरीर में अजीब सी सेंसेशन महसूस की। इस अजीबोगरीब बीमारी को ‘हवाना सिंड्रोम’ नाम दिया गया।
कहां-कहां मिले हैं ‘हवाना सिंड्रोम’ के मामले?
रिपोर्ट के अनुसार, ‘हवाना सिंड्रोम’ के मामले अब हर महाद्वीप से आने लगे हैं। क्यूबा के बाद चीन, जर्मन, ऑस्ट्रेलिया, ताईवान और यहां तक कि वाशिंगटन डीसी में भी इसके केस मिले। इस साल की शुरुआत में ऑस्ट्रिया के विएना से भी दर्जनों मामलों कों पता चला था। भारत में ‘हवाना सिंड्रोम’ के लक्षण नजर आने का यह पहला मामला है।
नैशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार, कुछ लक्षण अचानक महसूस होते हैं तो कुछ लंबे वक्त तक रहते हैं।
- तेज आवाजें सुनाई देना (क्लिक, चहचहाहट और घसीटने जैसी आवाजें, एक या दोनों कानों में दर्द, कुछ लोगों को एक खास दिशा से परेशानी हुई, कुछ को किसी जगह से)
- टिनिटिस (कान में सीटियां बजना), सुनने की क्षमता कम होना
- सिर के अंदर तेज दबाव या वाइब्रेशन
- याद रखने या फिर ध्यान में समस्या
- देखने में परेशानी
- जी मिचलाना
- लड़खड़ाना, बैलेंस बिगड़ना, सिर चकराना
लंबे वक्त तक रहने वाले लक्षण
- सिरदर्द
- एकाग्रता बिगड़ना
- नींद न आना
- डिप्रेशन
- बैलेंस बिगड़ना
‘हवाना सिंड्रोम’ होता कैसे है?
वैज्ञानिकों के बीच एक राय नहीं है। अमेरिका की नैशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज के अनुसार, सबसे मुमकिन थियरी यह है कि ‘डायरेक्टेड, पल्सड रेडियो फ्रीक्वेंसी एनर्जी’ से यह सिंड्रोम होता है। सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने कहा है कि बहुत हद तक संभव है कि यह सिंड्रोम इंसान नियंत्रण में हो और शायद रूस इसके पीछे हो। अमेरिका के ज्यादातर अधिकारी मानते हैं कि यह इलेक्ट्रॉनिक हथियारों से किया गया हमला है। हालांकि किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है।
अमेरिका के लिए खतरा क्यों?
अमेरिकी रक्षा विभाग को लगता है कि रूस ऐसे हमले करवा रहा है। जब कमला हैरिस का वियतनाम दौरा टला तो पूर्व सीआईए ऑपरेटिव, जो खुद इस सिंड्रोम का शिकार हुआ था, उसने कहा था कि ऐसे हमले बढ़ते चले जा रहे हैं। अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए यह बड़ा खतरा है। सीआईए के कई अधिकारियों का मानना है कि ताजा घटना के जरिए बर्न्स को यह सीधा संदेश दिया गया कि कोई भी सुरक्षित नहीं है।