बढ़ते हुए आंकड़ों को लेकर प्रफेसर नील फर्ग्यूसन ने नए साल पर प्रतिबंधों को कड़ा करने का आह्वान किया है। इंपीरियल कॉलेज लंदन में उनकी टीम ने पाया कि सबसे बेहतर स्थिति में भी प्रतबंधों के बिना जनवरी में करीब 3000 दैनिक ओमीक्रोन मौतें हो सकती हैं। इंपीरियल ने पाया कि इस बात का कोई सबूत नहीं है कि नया वेरिएंट डेल्टा की तुलना में कम गंभीर है। शोधकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि इससे लोगों के दोबारा संक्रमित होने और टीकों के काफी कमजोर होने की संभावना साढ़े पांच गुना अधिक है।क्रिसमस और नए साल पर लग सकता है लॉकडाउन
प्रफेसर नील फर्ग्यूसन पहले लहर में भी बिना लॉकडाउन के 5000 कोविड मौतों का अनुमान लगाया था। उन्होंने कहा कि एक या दो हफ्ते में कड़े प्रतिबंध लागू करने की जरूरत है ताकि संभावित नई लहर के प्रभाव को कम किया जा सके। नए सुझावों से एक बार फिर यह डर पैदा हो गया है कि क्रिसमस और नए साल पर ब्रिटेन में प्रतिबंध लागू हो सकते हैं। हालांकि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन अस्पताल में भर्ती होने वाले मामलों की संख्या में इजाफा होने तक लॉकडाउन की स्थिति से इनकार कर रहे हैं।