नई दिल्ली। तुर्की जल रहा है. पर्यटन के लिए प्रसिद्ध इस देश की आग को लेकर सोशल मीडिया पर लगातार ‘Turkey Is Burning’ और ‘Pray For Turkey’ हैशटैग के साथ लोग भयावह तस्वीरें और वीडियो पोस्ट कर रहे हैं. सोशल मीडिया के मुताबिक तुर्की के 30 जिलों के 60 जगहों पर जंगल की आग लगी है. इस भयानक जंगली आग की वजह से अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है. हजारों लोगों और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है.
जंगल की आग से निकले धुएं से पूरे तुर्की का आसमान धुएं से ढक गया है. 6 प्रांतों के 20 स्थानों पर फायरफाइटर्स लगातार आग बुझाने की कोशिश कर रहे हैं. तुर्की का भूमध्यसागर से सटा इलाका और दक्षिणी हिस्सा आग से ज्यादा प्रभावित है. पिछले 24 घंटों में तेज हवाओं की वजह से आग 40 और जगहों पर फैल गई, जिसे स्थानीय लोग और प्रशासन मिलकर बुझाने की कोशिश कर रहे हैं.
Selfie-loving tourists hit Turkish resorts despite ‘apocalyptic’ wildfires blotting out the sun pic.twitter.com/7M1VbW0D6P
— The Sun (@TheSun) July 30, 2021
कृषि और वन मंत्री बेकिर पाकदेमिरिली ने कहा कि अभी यह कहना बेवकूफी होगा कि हमने आग पर काबू पा लिया है. लेकिन हमारे लोग और फायरफाइटर्स लगातार बहादुरी से इस आपदा का सामना कर रहे हैं. जिसे जहां मौका मिल रहा है, वह आग बुझाने के लिए प्रयास कर रहा है. या फिर उसे रोकने का.
This is not a scene from a horror movie This is Turkey Turkey has been on fire for 2 days. Buildings, forests, animals, fields, jobs are burning in about 60 forest fires, 20 villages and neighborhoods are being evacuated Ya Allah, by His mercy, extinguish this fire#PrayForTurkey pic.twitter.com/DYX4QQs1Vr
— Muhammad Irfan (@likepaki) July 30, 2021
अंतालया प्रांत के मानवगत और अकेसकी इलाकों में सबसे ज्यादा बुरी आग फैली है. इस आग की चपेट में आने से एक 82 वर्षीय व्यक्ति और एक दंपत्ति की मौत हो गई. गुरुवार को अंतालया प्रांत से करीब 320 किलोमीटर दूर मरमरिस इलाके में एक 25 साल का वॉलेंटियर आग की चपेट में आ गया. जिससे उसकी मौत हो गई. यह वॉलेंटियर फायर फाइटर्स को अपने घर से पानी लाकर पिला रहा था. तभी उसे एक मोटरसाइकिल ने टक्कर मार दी और वह जलते हुए जंगल में गिर गया.
मरमरिस इलाके में पहाड़ पर जंगलों में लगी आग से हॉलीडे होम्स और होटल्स को खतरा महसूस हुआ तो उन सबको पर्यटकों से खाली करवा दिया गया. 50 से ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती है. दर्जनों लोग अपने घरों को छोड़कर खुले में रह रहे हैं. इन दोनों इलाकों में 25 से ज्यादा गावों को खाली कराया गया है.
सभी पर्यटन स्थलों पर पहाड़ों के किनारे स्थित होटलों और रिजॉर्ट से पर्यटकों को बोट में बिठाकर समुद्री रास्ते से सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा रहा है. तुर्की की सरकार ने कहा कि जो भी लोग इस आग को लगाने के पीछे जिम्मेदार हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. यह प्रकृति और इंसानियत के खिलाफ एक तरह का हमला है.
तुर्की में लगी इस आग से कई गांव जल गए हैं. लोगों की गाड़ियां और मवेशी जल गए हैं. कई जानवर जले हुए मिल रहे हैं. उन्हें तत्काल इलाज के लिए वेटरिनरी अस्पताल या क्लीनिक भेजा जा रहा है. कुछ फायरफाइटर्स तो जले हुए जानवरों का प्राथमिक इलाज मौके पर ही कर रहे हैं. लेकिन नजारा इतना भयावह है, उसे देखकर ही लोगों की रूह कांप जा रही है.
तुर्की के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए इस समय 3 फायरफाइटिंग विमान, 38 हेलिकॉप्टर, 108 फायरफाइटिंग व्हीकल और करीब 4000 से ज्यादा फायरफाइटर जुटे हुए हैं. तुर्की के AFAD डिजास्टर एजेंसी ने कहा कि है कि आग की चपेट में आए सभी राज्यों और शहरों के पड़ोसी राज्यों और शहरों को सावधानी बरतने की चेतावनी दी गई है. साथ ही सुरक्षित रहने की अपील भी की गई है.
कुछ लोगों का मानना है कि आग की शुरुआत अंतालया प्रांत से ही हुई. क्योंकि यहां गर्मी काफी ज्यादा पड़ती है. यह जगह पहाड़ी जंगलों और समुद्री तटों के बीच में बसा है. इस खूबसूरत जगह पर हर साल लाखों देसी-विदेशी पर्यटक आते हैं. कुछ पर्यावरणविदों का मानना है कि इस आग की वजह ज्यादा गर्मी भी हो सकती है.
तुर्की लगातार चरम मौसम का शिकार हो रहा है. अभी इस महीने की शुरुआत में ब्लैक सी के तट पर बसे राइज (Rize) और अर्टविन (Artvin) प्रांतों में अचानक बाढ़ आ गई थी. जिसकी वजह से सैकड़ों घरों और सार्वजनिक संपत्तियों का नुकसान हुआ है. इस बाढ़ में करीब 6 लोगों की मौत हो गई थी.