आखिरकार डोनाल्ड ट्रंप को व्हाइट हाउस छोड़ना पड़ा. जाहिर है कि वो बहुत ही भारी मन से निकले होंगे. चुनाव में हार के बावजूद भी वो हार स्वीकार नहीं कर रहे थे. वो चुनावी फैसले को नहीं मानने को लेकर इस कदर आतुर थे कि उनके समर्थकों ने यूएस कैपिटल पर हमला बोल दिया और सांसदों को छुपना पड़ा.
आज एक तरफ डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने जा रहे हैं तो दूसरी ट्रंप ने व्हाइट हाउस से विदा ली. अमेरिकी लोकतंत्र के लिए यह बहुत असहज करने वाला दिन है कि सत्ता से विदा होने वाले राष्ट्रपति ने सत्ता के लिए चुने गए नए राष्ट्रपति को ना ही बधाई दी और ना ही शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. जब बाइडन राष्ट्रपति पद और कमला हैरिस उप-राष्ट्रपति पद की शपथ ले रहे होंगे तो उस वक्त ट्रंप फ्लोरिडा में होंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप समेत व्हाइट हाउस छोड़ चुके हैं. व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद ट्रंप के लिए जॉइंट बेस एंड्रूज में विदाई समारोह आयोजित किया गया. पिछले एक हफ्ते में पहली बार वो सार्वजनिक रूप से सामने आए. यहां राष्ट्रपति ट्रंप ने लोगों को आखिरी बार संबोधित किया.
व्हाइट हाउस से निकलने के बाद ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर देश की सेवा करना एक बहुत बड़ा सम्मान था. लोगों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, आप सब लोग शानदार हैं. अमेरिका एक महान देश है और ये मेरे लिए बड़े सम्मान की बात है कि मैं आपका राष्ट्रपति रहा. पिछले 4 साल शानदार रहे. हमने एक साथ बहुत कुछ हासिल किया. ट्रंप ने अपने परिवार का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, लोगों को अंदाजा भी नहीं है कि इस परिवार ने कितनी मेहनत की है. उनकी जिंदगी बहुत आसान हो सकती थी लेकिन उन्होंने बहुत ही शानदार काम किया. ट्रंप ने अपने दोस्तों और स्टाफ को भी धन्यवाद अदा किया.
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि कोरोना महामारी ने बहुत नुकसान किया, लेकिन हमने 9 महीने में ही कोरोना की वैक्सीन बनाई. डोनाल्ड ट्रंप ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि मैं आपके लिए लड़ूंगा. मैं देखूंगा. इस देश का भविष्य इससे अच्छा नहीं रहा. ट्रंप ने नई सरकार को बधाई दी लेकिन बाइडन का नाम तक नहीं लिया.
विदाई समारोह के बाद राष्ट्रपति ट्रंप और फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप एयर फोर्स वन में सवार होकर फ्लोरिडा के लिए रवाना हो गए.