इस्लामाबाद। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर पाकिस्तान पहुंचेंगे। एर्दोगन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के निमंत्रण पर पाकिस्तान का दौरा करेंगे। वह क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मसलों पर बातचीत करेंगे।
एर्दोगन के साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल होगा, जिसमें कैबिनेट मंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, साथ ही तुर्की निगमों के प्रमुख और सीईओ शामिल होंगे। पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के अनुसार, यात्रा के दौरान खान और एर्दोगन के बीच आमने-सामने चर्चा होगी। जिसके बाद वे संयुक्त कैबिनेट प्रारूप में पाकिस्तान-तुर्की उच्च स्तरीय रणनीतिक साझेदारी परिषद (एचएलएससीसी) के 6वें सत्र की सह-अध्यक्षता करेंगे। एचएलएससीसी सर्वोच्च स्तर का निर्णय लेने वाला मंच है, जो दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत बनाने के लिए रणनीतिक दिशा प्रदान करता है। सत्र के समापन पर एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। कई महत्वपूर्ण समझौतों और समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किये जाने की उम्मीद है।
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से भी मुलाकात करेंगे और संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। यह चौथी बार होगा जब एर्दोगन पाकिस्तानी संसद को संबोधित करेंगे। पीएम खान के साथ मिलकर वह पाकिस्तान-तुर्की व्यापार और निवेश मंच को संबोधित करेंगे, जो दोनों देशों के प्रमुख निवेशकों और व्यापारियों को एक साथ लाता है। विदेश कार्यालय के अनुसार, राष्ट्रपति एर्दोगन की यात्रा दोनों देशों के बीच पारंपरिक एकजुटता और आत्मीयता को रेखांकित करेगी। यह पाकिस्तान-तुर्की रणनीतिक साझेदारी में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा। 23 अक्टूबर, 2019 को तुर्की के राष्ट्रपति पाकिस्तान की आधिकारिक यात्रा पर जाने वाले थे। हालांकि यह यात्रा तुर्की द्वारा सीरिया में कुर्द आतंकवादियों के खिलाफ एक सैन्य हमले में शामिल होने के बाद स्थगित कर दी गई थी, जिसने वाशिंगटन और अन्य पश्चिमी देशों के साथ तनाव बढ़ा दिया था। एर्दोगान ने आखिरी बार 2016 में पाकिस्तान का दौरा किया था।