नई दिल्ली। मैं सोनिया गांधी से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर राजनीति न करें। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज का ऐलान करते हुए पैदल घर जा रहे प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा है। उन्होंने राहुल गांधी की उस तस्वीर पर भी सवाल उठाए जिसमें वह सड़क पर बैठकर प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे थे। निर्मला ने कहा कि राहुल ने ऐसा करके उन मजदूरों का वक्त खराब किया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘विपक्षी पार्टियों से कहना चाहती हूं कि प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा। सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हाथ जोड़कर सोनिया गांधी जी से कहती हूं कि हमसे बात करें और प्रवासी मजदूरों के प्रति जिम्मेदारी समझें।’
निर्मला सीतारमण से प्रवासी मजदूरों के जुड़ा एक सवाल पूछा गया था कि पीडीएस और मनरेगा के तहत जो घोषणाएं हुई हैं इनका फायदा प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचकर ही उठा पाएंगे। लेकिन ज्यादातर लोग अभी रास्ते में ही हैं। इसपर निर्मला आक्रमक हो गईं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मजदूरों से अपील की थी कि वे लोग वहीं रहें जहां पर फिलहाल हैं। सरकार उनके रहने-खाने के इंतजाम की हरसंभव कोशिश कर रही। उन्होंने कहा लेकिन जब मजबूर लोग घर जाना ही चाहते थे तो केंद्र और रेलवे ने ट्रेन चलाने का ऐलान किया। रेलवे ने साफ कहा है कि ट्रेनें तैयार हैं जो राज्य जितनी ट्रेन मांगेगा उतनी दी जाएंगी।
निर्मला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित और जिन राज्यों में उनके सहयोगियों की सरकार है वहां राजनीति हो रही है और ट्रेनों के लिए नहीं कहा जा रहा। निर्मला ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को कांग्रेस शासित राज्यों को निर्देश देना चाहिए कि वे और ट्रेनें मंगाएं।
राहुल सूटकेस उठाकर साथ चलते
राहुल गांधी की प्रवासी मजदूरों के साथ बैठकर बात करती तस्वीर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तंज कसा है। घोषणा करने के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राहत पैकेज की प्रेस कॉन्फ्रेंस को ड्रामा बताती है लेकिन असली ड्रामेबाज वह खुद है। उन्होंने कहा राहुल गांधी सड़क पर बैठकर मजदूरों से बात करके उनका टाइम खराब कर रहे थे। इससे अच्छा होता उनके बच्चे, सूटकेस को पकड़कर उनके साथ पैदल चलते।