रामगढ़, 24 जून । लातेहार जेल में पदस्थापित कक्षपाल धर्मेंद्र शाही को गिरफ्तार कर पुलिस रामगढ़ लाई है। धर्मेंद्र शाही की पूरी टीम कुख्यात अपराधी अमन साहू के लिए काम करती थी। इस बात का खुलासा बुधवार को एसपी प्रभात कुमार ने किया है। एसपी ने बताया कि पिछले 3 वर्षों से धर्मेंद्र अमन साहू के संपर्क में था। उन दोनों के बीच सांठगांठ तब हुई थी, जब वर्ष 2017 में अमन साहू रामगढ़ जेल में बंद था। मूल रूप से बिहार राज्य के जहानाबाद जिला अंतर्गत गगनपूरा गांव निवासी धर्मेंद्र शाही 3 वर्ष पहले जेल में बंद अमन साहू को रंगदारी मांगने के लिए अपने फोन को उपलब्ध कराता था। एसपी ने बताया कि 2 जनवरी 2017 को रामगढ़ जेल में छापेमारी के दौरान अमन साहू के पास से एक मोबाइल बरामद हुआ था। जब छानबीन की गई तो पता चला कि उस नंबर से कई व्यवसाईयों को फोन किया गया था। साथ ही कई ठेकेदारों से भी रंगदारी मांगी गई थी। इसके अलावा कई ट्रांसपोर्टिंग और आउटसोर्सिंग कंपनियों के मालिकों को फोन किया गया था। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई कि रामगढ़ जेल में चार कक्षपाल उसकी मदद करते थे। वह लोग अमन साहू के लिए मोबाइल और सिम कार्ड लाते थे।
एसपी ने बताया कि 2017 में दर्ज कांड 2/17 में कार्रवाई करते हुए 3 कक्षपालों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। धर्मेंद्र शाही उस वक्त फरार हो गया था। उसे निलंबित किया गया था, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। इस मामले में तत्कालीन उपकारा अधीक्षक हमीद अख्तर के बयान पर अमन साहू व उसके सहयोगियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई थी। एसपी ने बताया कि फरारी होने के दौरान ही धर्मेंद्र शाही ने अपना ट्रांसफर लातेहार जिला में करवा लिया। इस बीच उसके खिलाफ पुलिस लगातार छापेमारी करती रही। रजरप्पा पुलिस ने धर्मेंद्र शाही के खिलाफ वारंट निर्गत करवाया। उसे पकड़ने के लिए स्पेशल टीम गठित की गई। डीएसपी प्रकाश सोए के नेतृत्व में टीम लातेहार गई और धर्मेंद्र शाही को गिरफ्तार कर रामगढ़ ले आई। पूछताछ के दौरान उसने कई राज उगले हैं।