पटना: कोरोना संकट के बीच बिहार वासियों के लिए एक और बुरी खबर है। पटना एम्स के डॉक्टरों ने 14 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस, पटना के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने एम्स प्रबंधन को इस बारे में जानकारी दे दी है।
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने अपनी पुरानी मांगों को लेकर 13 अगस्त तक फैसला लेने को कहा है। रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि अगर 13 अगस्त तक उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वह 14 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
डॉक्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि उन्हें कोरोना महामारी की स्थिति और इसकी भयावहता के बारे में अच्छी तरह से अनुभव है। कोरोना वारियर्स के तौर पर उन्होंने फ्रंटलाइन में लगातार 24 घंटे काम किया है लेकिन उनकी तैनाती को लेकर जो नया फैसला लिया गया है, वह हमें कतई मंजूर नहीं है।
एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर्स अस्पताल प्रशासन के उस फैसले का विरोध कर रहे हैं जिसमें यह कहा गया है कि एम्स के डॉक्टरों को राज्य के किसी भी मेडिकल कॉलेज में तैनात किया जा सकता है।
एसोसिएशन को डॉक्टरों की पोस्टिंग के मामले में कई फैसलों पर ऐतराज है और लिहाजा उन्होंने इसे वापस लेने की मांग एम्स डायरेक्टर के सामने रख दी है। अब ऐसे में अगर एम्स प्रशासन रेजिडेंट डॉक्टर की मांग नहीं मानता है तो 14 अगस्त से पटना एम्स में इलाज मुश्किल हो जाएगा।
बता दें कि पटना एम्स को सरकार ने कोविड अस्पताल के तौर पर घोषित कर रखा है और अगर यहां स्ट्राइक हुई तो मरीजों को इसका भारी खामियाजा उठाना पड़ेगा।