वाराणसी। शास्त्रीय संगीत के महानायक पद्मविभूषण पंडित जसराज का अमेरिका में दिल का दौरा पड़ने से सोमवार को निधन हो गया। कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के बाद से पंडित जसराज न्यूजर्सी में ही थे। उन्होंने सोमवार सुबह आखिरी सांस ली। वे 90 साल के थे। उनकी बेटी दुर्गा जसराज ने यह जानकारी दी। पंडित जसराज के मौत की खबर से काशी के संगीत घराने में शोक की लहर दौड़ पड़ी।
पद्मविभूषण पंडित छन्नूलाल मिश्र ने पंडित जसराज के निधन पर शोक जताया। छन्नूलाल मिश्र ने बताया कि शास्त्रीय संगीत की दुनिया मे पंडित जसराज का जाना अपूर्णीय क्षति है। उन्होंने आगे कहा कि पंडित जसराज हमारे बड़े भाई की तरह थे और वो प्रतिवर्ष वाराणसी में होने वाले संकट मोचन संगीत समारोह में जरूर आते थे। उनका यूं अचानक हम सब को छोड़ के चले जाना बहुत दुःखद है।
शस्त्रीय संगीत के रसराज कहे जाने वाले पंडित जसराज की निधन पर पद्मश्री राजेश्वर आचार्य ने भी शोक प्रकट किया। राजेश्वर आचार्य ने बताया कि सदी के सबसे बड़े शस्त्रीय संगीत के कलाकार आज हम सब को छोड़ कर चले गए।