बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जेडीयू की गर्भवती महिला प्रत्याशी शुषुम्लता कुशवाहा को देखकर लोग हैरान हैं. शुषुम्लता नौ माह की गर्भवती हैं और कभी भी मां बन सकती हैं. इस हालत में भी वह चुनाव प्रचार करने में जुटी हुई हैं. उनका कहना है कि गर्भस्थ शिशु उन्हें जीत दिलाएगा. महाभारत के अभिमन्यु की तरह कोख में पल रहा शिशु उनकी कमजोरी का कारण नहीं, बल्कि बिहार के चुनावी महाभारत में उनका साथ दे रहा है.
प्रथम चरण में होगा मतदान
बिहार के भोजपुर जिले की जगदीशपुर विधानसभा से एनडीए की ओर से जेडीयू प्रत्याशी शुषुम्लता कुशवाहा को चुनाव मैदान में उतारा गया है. प्रथम चरण में जिले में मतदान होना है, जिसके चलते शुषुम्लता ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है. चुनाव प्रचार में उनका उत्साह और जोश देखकर लोग हैरान हैं, क्योंकि शुषुम्लता नौ माह की गर्भवती हैं और कभी भी मां बन सकती है, इसके बाद भी वे क्षेत्र में पूरी तरह सक्रिय नजर आ रही हैं.
शुषुम्लता एक पंचायत की मुखियां हैं
शुषुम्लता इस क्षेत्र की एक पंचायत से मुखिया भी हैं. उनकी पहचान कर्मठ और जुझारू मुखिया के रूप में है. बताया गया है कि जब गर्भावस्था में होने के बाद भी चुनाव लड़ने की बात आई, तो उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र से चुनाव लड़ रही हूं, उसकी जमीन ही आंदोलनकारी रही है. यहां बाबू वीर कुंवर सिंह व लक्ष्मीबाई मेरे आदर्श हैं. इन दोनों हस्तियों ने विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी थी, तो फिर मैं कैसे हार मान सकती हूं.
शुषुम्लता ने कहा कि गर्भ में पल रहा शिशु अभिमन्यु की तरह बिहार के चुनावी महाभारत में साथ दे रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव जनता के बल पर लड़ा जाता है और यहां की जनता का अपार समर्थन मुझे प्राप्त है. उन्होंने कहा कि बतौर मुखिया रहते हुए भी वे मुश्किल परिस्थितियों में लोगों की मदद करने से पीछे नहीं रहीं, जिसका लाभ उन्हें जरूर मिलेगा.
शुषुम्लता कुशवाहा के लिए जगदीशपुर विधानसभा से जीत आसान नहीं है. इस विधानसभा में उनका मुकाबला आरजेडी के सिटिंग विधायक राम बिशुन सिंह लोहिया से है. इस सीट पर पिछले दो चुनाव से आरजेडी प्रत्याशी ने जीत का परचम फहराया है. इनके अलावा पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा और पूर्व विधायक के भाई दिनेश भी चुनाव मैदान में हैं.