पटना। बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के दूसरे चरण के मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, नए-नए मुुद्दे भी उछाले जा रहे हैं। अब केंद्रीय मंत्री अश्विनी चाैबे ने राजद महागठबंधन की तरफ से मुख्यमंत्री फेस तेजस्वी यादव की शिक्षा को मुद्दा बनाते हुए हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि बिहार में एनडीए के सीएम चेहरा नीतीश कुमार और महागठबंधन के सीएम प्रत्याशी तेजस्वी यादव के बीच कोई मुकाबला नहीं है। तेजस्वी तो कैबिनेट की स्पेलिंग भी नहीं बता पाएंगे जबकि नीतीश कुमार एक योग्य इंजीनियर हैं।
3 नवंबर को दूसरे चरण का मतदान है। प्रचार युद्ध चरम पर है। इसी क्रम में बक्सर के सांसद अश्विनी चाैबे ने शनिवार को एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी की ओर से 10 लाख सरकारी नाैकरी देने के वादे पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति (तेजस्वी यादव) 10वीं कक्षा की परीक्षा भी नहीं दे सका है, वह नीतीश कुमार जैसे इंजीनियर की आलोचना कर रहा है। पहली कैबिनेट मीटिंग में वो दस लाख लोगों को नाैकरी देने की बात कर रहे हैंं लेकिन कैबिनट की स्पेलिंग भी नहीं लिख पाएंगे। तेजस्वी के पिता राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने भी कैबिनेट की पहली बैठक में एक लाख लोगों को नाैकरी देने का वादा किया था, आवेदन अभी तक कूड़ेदान में पड़े हैं।
गप्पू, पप्पू और वादों का लप्पू
अश्विनी चाैबे ने तेजस्वी के साथ ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने राजद और कांग्रेस के गठबंधन को गप्पू और पप्पू का गठबंधन करार दिया। साथ ही कहा कि कांग्रेस और राजद गठबंधन के लोग गप्पू और पप्पू हैं जो सिर्फ वादों का लप्पू देंगे। चुनाव बाद फिर से नीतीश के नेतृत्व में बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी।