रांची। रांची के दशम फॉल थाना पुलिस ने टाटा रोड के तैमारा घाटी स्थित सेल्फी प्वाइंट पर मिली अज्ञात शव की पहचान करते हुए हत्याकांड का खुलासा करने में कामयाबी हासिल की है। अज्ञात शव की शिनाख्त पश्चिम बंगाल के बोरा बाजार थाना निवासी देवानंद मांझी के रूप में की गई है। हत्याकांड में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार किया किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों में सोमाय टुडू, सीताराम सरदार और वीर सिंह देवगम शामिल है। इनके पास से पुलिस ने सात मोबाइल फोन, एक बोलेरो वाहन, हत्या में प्रयुक्त बोलेरो वाहन का तोलिया और रबड़ का बेल्ट बरामद किया गया है। एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि यह हत्याकांड बिल्कुल ब्लाइंड था, जिसका खुलासा करना पुलिस के लिए चुनौती था। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने पुलिस और मृतक के परिवार को धोखा देने के उद्देश्य से शव को घटनास्थल सुंदर नगर जमशेदपुर से 150 किलोमीटर दूर लाकर तेमारा घाटी के मनोरम सेल्फी प्वाइंट में फेंक दिया था।
देवानंद मांझी की हत्या कर शव को कार से लाकर तैमारा घाटी में फेंक दिया गया था। इससे पहले सिर कूच दिया गया था। शव की पहचान नहीं हो पा रही थी। शव के हाथ में देवानंद मांझी लिख कर गोदा हुआ था। हाथ में बने टैटू को पुलिस ने सबूत के रूप में लेकर छानबीन शुरू की। मामले की गंभीरता को देखते हुए ग्रामीण एसपी नौशाद आलम के मार्गदर्शन में एसडीपीओ बुंडू अजय कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया । एसएसपी ने बताया कि टीम ने मृतक का कॉल डिटेल निकालकर उसका अवलोकन किया गया। इसके आधार पर मृतक के प्रेमिका के पति सोमाय टुडू से पूछताछ किया गया। पूछताछ में टूटू ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने बताया कि उसकी पत्नी का उससे संबंध था। इसलिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। इसके निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन और बोलेरो वाहन को बरामद किया गया। हत्याकांड में शामिल दो अन्य अपराधियों को भी टुडू के निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया। मामले में एक अपराधी फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। एसएसपी ने बताया कि पूछताछ में टुडू ने बताया कि शव को खाई में गिराने के क्रम में शव से हाथ छूट जाने के कारण वह भी खाई मैं नीचे गिर गया जहां उसका चप्पल छूट गया था।