चतरा| चतरा पुलिस ने चर्चित ट्रक ऑनर एसोसिएशन अध्यक्ष प्रहलाद सिंह व सुरेश यादव पर हुए फायरिंग मामले का खुलासा कर दिया है। पुलिस ने घटना में शामिल तीन पेशेवर अपराधियों को हथियार और कारतूस के साथ गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गोलीकांड के बाद एसपी ऋषव झा द्वारा टंडवा व सिमरिया एसडीपीओ के संयुक्त नेतृत्व में गठित एसआईटी ने लातेहार के चंदवा, चतरा के सिमरिया और हजारीबाग जिले के कटकमसांडी थाना क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में गुप्त सूचना के आधार पर विशेष छापेमारी अभियान चलाकर तीनों अपराधियों चंद्रशेखर ठाकुर उर्फ शेखर उर्फ गुड्डू, सोनू भोक्ता और मिथलेश राणा को गिरफ्तार किया है।
साथ ही गिरफ्तार अपराधियों के पास से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 7.65 एमएम का एक देशी पिस्टल, एक देशी कट्टा, 7.65 एमएम का सात जिंदा कारतूस व विभिन्न कंपनियों का दो मोबाइल फोन भी बरामद किया है। इस बाबत एसपी ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि टीएसपीसी सुप्रीमों ब्रजेश गंझू के इशारे पर संगठन के ही शीर्ष नक्सली आक्रमण, भीखन, भैरव व अमरजीत ने पेशेवर अपराधियों ने कोयलांचल में दहशत फैलाने के उद्देश्य से घटना को अंजाम दिलाया था। उन्होंने बताया कि कोयलांचल से लेवी नहीं मिलने से नाराज चल रहे टीएसपीसी सुप्रीमो व अन्य नक्सलियों ने ट्रक ऑनर एसोसिएशन से जुड़े दोनों नेताओं के हत्या की गंदी साजिश रची थी। इतना ही नहीं घटना कारित करने को लेकर कोयलांचल का आतंक भीखन गंझु ने ही ब्रजेश के इशारे पर पेशेवर अपराधियों को घटना के लिए हथियार, कारतूस व पैसे उपलब्ध कराया था।
एसपी के अनुसार टीएसपीसी नक्सली कोयलांचल से लेवी नहीं मिलने को लेकर दोनों एसोसिएशन नेताओं को रोड़ा मान रहे थे। इसी को लेकर उन लोगों ने पेशेवर अपराधियों का सहारा लेकर घटना को अंजाम दिलाया था। गौरतलब है कि विगत दो फरवरी को टंडवा थाना क्षेत्र के बुकरू टोला बुढ़िया बागी में प्रहलाद सिंह और पांच मार्च को मिश्रौल में एसोसिएशन नेता सुरेश यादव पर फायरिंग की गई थी। इस घटना में प्रहलाद सिंह व मनोज चौधरी नामक एक युवक को गोली लगी थी जबकि दूसरी घटना में सुरेश यादव बाल-बाल बच गए थे। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार तीनों अपराधी पेशेवर हैं। उनके विरूद्ध चतरा, हजारीबाग, बोकारो व रांची समेत अन्य जिलों में हत्या, डकैती, लूट व आर्म्स एक्ट के दर्जनों मामले दर्ज हैं। पुलिस को इनकी लंबे समय से तलाश थी।