बड़कागांव। कर्णपुरा कॉलेज के बर्सर प्रोफ़ेसर निरंजन प्रसाद नीरज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर पूर्व प्राचार्य रामसेवक द्वारा लगाए गए 48 लाख रुपया राशि गबन की आरोप को बेबुनियाद एवं निराधार बताया है । उन्होंने कहा है कि वर्ष 2019-20 का राज्य सरकार द्वारा प्राप्त अनुदान की राशि 48 लाख रुपया कॉलेज के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को वेतन मद में 80प्रतिशत की राशि का भुगतान 38 लाख 40000 हजार रुपया किया गया है। बाकी अनुदान की 20प्रतिशत राशि 9 लाख 60 रूपया कॉलेज के विकास मद में खर्च की गई है। आगे बताया कि प्रभारी प्राचार्य कृति नाथ महतो को अभी तक प्रभार नहीं सौंपने के कारण उनके अनुदान की राशि 4 लाख रुपया कॉलेज के खाता में जमा है। जिसे विश्वविद्यालय के उपयोगिता प्रमाण पत्र के माध्यम से राज्य सरकार को सूचना भेजी जा चुकी है।
अनुदान वेतन मद की राशि का 34 लाख 40 हजार रुपए, विकास मद में 9 लाख 60 हजार रूपए और 4 लाख रुपया कॉलेज के खाता में शेष राशि हैं। बताते चलें कि पूर्व प्राचार्य सह संस्थापक रामसेवक ने विधायक अंबा प्रसाद, विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ मुकुल नारायण देव समेत शासी निकाय के कुल 11 सदस्यों के खिलाफ हाई कोर्ट के माध्यम से बड़कागांव थाना में परिवार वाद केस दर्ज कराया है।