गिरिडीह। झारखंड के नक्सल प्रभावित गिरिडीह जिले में सक्रिय भाकपा माओवादियों की हिंसक वारदातों पर विराम लगाने के लिए प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी है। बताया जाता है कि एक ओर जहां जिले के नक्सल ग्रसित पारसनाथ पर्वत के इलाके में 25 लाख के इनामी कुख्यात नक्सली अजय महतो उर्फ टाइगर के कैंप किये जाने की सूचना मिली। इसके बाद जिला पुलिस प्रशासन पूरे इलाके में नक्सली दस्ते की तलाश में जुटा है। वहीं, दूसरी ओर गिरिडीह के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने इनामी अजय महतो के अलावा 15 अन्य नक्सलियों के खिलाफ देशद्रोह कानून की धाराओं के तहत मुकदमा चलाने को लेकर राज्य सरकार से अनुशंसा कर स्वीकृति मांगी है।
इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा 16 नक्सलियों के विरुद्ध अलग-अलग मामलों में गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर मुकदमा चलाने की सिफारिश की गयी। बताया जाता है कि अभियोजन चलाने के लिए स्वीकृति आदेश देने को लेकर भेजे गये प्रस्ताव पर गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का द्वारा प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए नुनूचंद महतो, कार्तिक महतो एवं श्याम मुर्मू एवं अन्य के खिलाफ अभियोजन चलाने की स्वीकृति प्रदान की है।
इसका आदेश गिरिडीह डीसी एवं एसपी को प्राप्त हो गया है। इसमें नुनूचंद महतो उर्फ नुनू बाबा उर्फ गांधी, पवन मांझी उर्फ लंगडा, करमचंद हांसदा उर्फ चमन, अजय महतो उर्फ अजय जी उर्फ टाईगर, संतोष महतो उर्फ संतोष किस्कु, साहेब राम मांझी, अजय उर्फ पतिराम मांझी उर्फ रमेश उर्फ पतिराम मरांडी, कृष्णा हांसदा उर्फ अविनाश, रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा उर्फ अमर दा, पंकज मांझी उर्फ बाटो दा, रणविजय महतो उर्फ नेपाल महतो, चिन्टू बेसरा उर्फ जगदेव एवं सुनिल मुर्मू शामिल हैं।