नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार ने चीन निर्मित उत्पादों के बहिष्कार का आह्वान करते हुए कहा कि देशवासी अपने त्योहार उन सामानों से न मनायें। उन्होंने कहा कि इससे चीन आर्थिक रूप से कमजोर होगा और यहीं से तिब्बत और कैलाश मानसरोवर की मुक्ति का मार्ग प्रशस्त होगा।
इंद्रेश कुमार ने उक्त बातें भारत-तिब्बत सहयोग मंच के 20 वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में आयोजित हो राष्ट्रीय अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि भारत ने चीन के साथ पंचशील समझौता किया और हिंदी-चीनी, भाई-भाई का नारा दिया। इसके बावजूद चीन ने भारत को कदम-कदम पर धोखा दिया। भारत की सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो तिब्बत की आजादी बेहद जरूरी है। इसके लिए सबसे जरूरी है कि चीन अक्साई चीन को खाली करे, पाकिस्तान पीओके को खाली करे, कैलाश मानसरोवर को चीन के शिकंजे से मुक्ति मिले। उन्होंने कहा कि जिस दिन ये सारे काम पूरे हो जाएंगे, उसी दिन से तिब्बत की आजादी का मार्ग प्रशस्त होना शुरू हो जाएगा।
उन्होंने इसके लिए जन-जागरण को और अधिक गति देने की बात कही। उन्होंने कहा कि भारत में यदि चीन में बने माल का बहिष्कार होने लगे तो आर्थिक रूप से चीन की कमर टूट जाएगी और भारत से बेरोजगारी भी दूर हो जाएगी। हमें देशवासियों के बीच इस बात के लिए जन-जागरण करना होगा कि देशवासी अपना त्योहार चीन निर्मित सामान से ना मनायें।
इंद्रेश कुमार ने जनसंख्या नियंत्रण, पर्यावरण सुरक्षा, स्वच्छता, पानी की बचत, प्लास्टिक का उपयोग कम से कम हो, हर शुभ कार्य से पहले वृक्ष लगाने की परम्परा और अधिक विकसित हो आदि मुद्दों पर भी जागरूक रहने एवं कार्य करने की बात कही। उन्होंने अखंड भारत की चर्चा करते हुए कहा कि हमें इस बात के लिए भी देशवासियों को जागरूक करना होगा कि वे स्वयं यह कहने लगें कि हे प्रभु मृत्यु हो तो अखंड भारत में।
केंद्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश के कुलपति डॉ. कुलदीप चन्द्र अग्रिहोत्री ने कहा कि आज भारत की स्थिति विश्व पटल पर काफी मजबूत हो चुकी है। अब भारत पूरी दुनिया में एजेंडा सेट करने की स्थिति में है। भारत की मजबूत स्थिति के कारण जब अक्साई चीन आजाद होगा तो तिब्बत की आजादी का मार्ग खुल जाएगा।
इस अवसर पर भारत-तिब्बत सहयोग मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह ग्रेवाल, मंच के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आर.के. खिरमे, मंच के समन्यवक जिग्मे, राष्ट्रीय महामंत्री पंकज गोयल, दिल्ली प्रांत के संरक्षक अरविन्द गर्ग आदि उपस्थित थे।